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NEET-UG 2025 Special 40: मुफ्त कोचिंग लेकर नीट में सफल हुईं 13 छात्राएं, जानिए मिर्ज़ापुर की इस खास कोचिंग में कैसे हुआ यह मुमकिन

समाज कल्याण विभाग ने एक्स नवोदय फाउंडेशन की मदद से इस स्कूल में 15 जून 2023 को कोचिंग की शुरुआत की थी. इसके पीछे का विचार था कि आर्थिक रूप से पिछड़ी हुई बच्चियों को नीट-जेईई के लिए तैयार किया जाए. दो साल बाद, उन्हें अपनी मेहनत का नतीजा मिलने लगा है.

इस कोचिंग में नीट और जेईई के साथ-साथ बोर्ड की तैयारी भी करवाई जाती है. इस कोचिंग में नीट और जेईई के साथ-साथ बोर्ड की तैयारी भी करवाई जाती है.

मेडिकल स्कूल में दाखिले के लिए होने वाली परीक्षा नीट में प्रतिस्पर्धा इतनी कड़ी होती है कि छात्रों को महंगे-महंगे ट्यूशन लेने पड़ते हैं. एक ओर जहां विद्यार्थी नीट की पढ़ाई के लिए हज़ारों रुपए खर्च कर देते हैं, वहीं उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर से एक ऐसी मिसाल सामने आई है जो कई गरीब लेकिन प्रतिभावान अभ्यर्थियों को हौसला देने वाली है. 

यहां समाज कल्याण विभाग और एक्स नवोदय फाउंडेशन की मदद से आर्थिक रूप से पिछड़ी प्रतिभाशाली लड़कियों के लिए जेईई (IIT-JEE) और नीट (NEET-UG) की कोचिंग संचालित की जाती है. इस साल 2025-नीट का परीक्षा परिणाम आने के बाद अचानक ही यह स्कूल चर्चा में आ गया. वजह यह है कि इस स्कूल से पहली बार नीट की परीक्षा में बैठी 25 लड़कियों में से 12 लड़कियों ने परीक्षा पास कर ली है. 

दो साल में हुआ कमाल
समाज कल्याण विभाग ने एक्स नवोदय फाउंडेशन की मदद से इस स्कूल में 15 जून 2023 को कोचिंग की शुरुआत की थी. पूरे प्रदेश के 29 जनपदों में चलने वाले जय प्रकाश नारायण सर्वोदय बालिका विद्यालय से परीक्षा के जरिए लड़कियों का चयन किया गया. सफल होने वाली लड़कियों को इस स्कूल में लाया गया. यहां लड़कियों के रहने-खाने की व्यवस्था निःशुल्क की गई. वहीं, कोचिंग संचालन का काम निजी संस्था एक्स नवोदय फाउंडेशन (Ex-Navodaya Foundation) ने किया. 

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लगातार दो साल की कड़ी मेहनत के बाद पहली इस कोचिंग संस्थान की लड़कियों ने जेईई और नीट की परीक्षा दी. इस कोचिंग में 26 बच्चियां नीट की तैयारी कर रही थीं. इनमें से 25 छात्राएं परीक्षा में बैठीं और 12 को सफलता मिली. दूसरी ओर, जेईई की परीक्षा में 13 छात्राएं बैठीं और पांच को सफलता मिली. 

किन्हें मिली नीट में सफलता?
नीट पास होने वाली छात्राओं में श्वेता पाल, पूजा रंजन, प्रिंसी, मालती, कोमल कुमारी, लक्ष्मी, अनुराधा, कोमल, लक्ष्मी, सभ्या प्रजापति, दीप्ति गुप्ता और पूजा सोनकर शामिल हैं. इस कोचिंग में पढ़ाने वाले शिक्षक सुधीर यादव का कहना है कि पूरे प्रदेश से 20 छात्राओं को नीट और 20 छात्राओं को जेईई के लिए चुना जाता है. उनको कक्षा 11वीं और 12वीं की बोर्ड पढ़ाई के साथ-साथ उनकी तैयारी भी करवाई जाती है. 

कोचिंग में पढ़ने वाली छात्राओं का कहना है कि यहां का माहौल बहुत अच्छा है. नीट की तैयारी करने वाली शबनम कहती हैं, "मैं संत कबीर नगर से यहां आई हूं. यहां का रूटीन बहुत अच्छा है. सुबह सात बजे से दोपहर 2:30 बजे तक पढ़ाई होती है. शिक्षक भी मदद करते हैं. हम से सीनियर जो छात्राएं सफल हुईं, उन्हें देखकर हमारा मनोबल भी बढ़ गया है और अब हम जमकर तैयारी करेंगे."

शबनम बताती हैं कि वह यहां जेईई की तैयारी कर रही हैं. फ़िज़िक्स और मैथ्स पढ़ने के साथ-साथ वह हिन्दी और अंग्रेज़ी भी पढ़ रही हैं ताकि बोर्ड की परीक्षा में भी पास हो सकें. एक ओर जहां छात्र हज़ारों की तादाद में पढ़ने कोटा जाते हैं, वहीं शबनम का कहना है कि अगर किसी के दिल में पढ़ाई करने की इच्छा है तो वह कहीं भी पढ़ाई कर सकता है. 
 

(मिर्ज़ापुर से सुरेश कुमार सिंह की रिपोर्ट)