

समस्तीपुर जिले के डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा में आयोजित दीक्षांत समारोह में 37 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल और 800 विद्यार्थियों को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डिग्री प्रदान की. मंत्री के हांथों डिग्री मिलते ही छात्र-छात्राओं के चेहरे खुशी से खिल उठे. इस मौके पर अपने अंदाज में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान दीक्षांत समारोह में उपस्थित छात्र छात्राओं को भांजे भांजियों को मामा का प्रणाम नमस्कार कहकर अपना संबोधन शुरू किया.
कृषि मंत्री का मतलब राजा नहीं होता
मंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व मे कृषि के क्षेत्र में चौतरफा विकास हो रहा है. एक जमाना था भारत के लोग जब अमेरिका से बीएस 40 लाल गेंहू खाने पर मजबूर थे. कभी वो दिन भी था जब पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री ने कहा था कि देश के लोग सप्ताह में एक दिन उपवास रखो.लेकिन आज वो दिन नही है, हमारे देश में अन्न के भंडार भरे हुए हैं. जब से पीएम नरेंद्र मोदी बने हैं, अनाज का 40% उत्पादन बढ़ा है.
80 करोड़ जनता को फ्री में गेहूं दिया जा रहा. ये भारत की धरती है, दुनिया में कही हो नही सकता है. ये चमत्कार मोदी ही कर सकतें है. मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चावल के इतने भंडार है कि रखने की जगह हमारे पास नहीं है. बासमती चावल 50 हजार करोड़ रुपए का हम एक्सपोर्ट कर रहे हैं. मंत्री शिवराज ने कहा कि वो मंत्री किस काम का जो खेतों में न घुसे. कृषि मंत्री का मतलब राजा नहीं होता, हम जनता के सेवक हैं. किसानों की सेवा हमारे लिए भगवान की पूजा है.
नया स्टार्टअप करने की सलाह
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डिग्री पाने वाले छात्र-छात्राओं से आह्वान करते हुए कहा कि अगर आपके अंदर कृषि के क्षेत्र में कुछ बेहतर करने का तो मैं आपके साथ बैठ कर बात करूंगा क्योंकि मैं मंत्री नही मामा हूं. आपके अंदर काम करने की उत्कंठा है तो उसे मरने नहीं दिया जाएगा. छात्रों से कृषि के क्षेत्र में कुछ नया स्टार्टअप करने की सलाह देते हुए उन्हें खेतों में जाकर काम करने की बात कही है. इस पर छात्रों ने कृषि के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने का मंत्री को आश्वासन भी दिया.
खेतों में जाकर लिया जायजा
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के खेतों में जाकर केंद्रीय कृषि मंत्री ने जायजा लिया. इसके बाद उपस्थित लोगों को इस खेती के विशेषता को बताने लगे. किस तरह से 20 सालों से इस खेत की जुताई ट्रैक्टर से नहीं हुई है लेकिन इसमे फसल का रिकॉर्ड तोड़ पैदावार हो रहे हैं. इसमे केंचुआ को मंत्री अपने हांथ में उठाकर जैविक खेती के बारे में बताने लगे. किसानों से इस तरह की खेती करने का आह्वान भी किया. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं सौभाग्यशाली हूं कि मिथिलांचल के द्वार समस्तीपुर के पूसा में आया हूं. पूसा का ये विश्वविद्यालय कृषि शोध की जननी है. यहां देश भर के छात्र अध्ययन कर रहे हैं. आज उनको डिग्री दी है. मुझे विश्वास है कि कृषि के क्षेत्र में नित्य नए रिकार्ड बनाएंगे.