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हैदराबाद में खुलेगा दक्षिण एशिया का पहला हाइब्रिड स्कूल, ऑनलाइन क्लास के साथ ऑफलाइन होगी स्पोर्ट्स की सुविधा

जनवरी 2022 से दक्षिण एशिया के पहले हाइब्रिड स्कूल, जैन इंटरनेशनल रेजिडेंशियल स्कूल हाइब्रिड (JIRS-H) के लिए प्रवेश खुल जाएंगे. हैदराबाद स्थित स्कूल प्रबंधन कंपनी, क्रिमसन (Crimson)के सहयोग से स्थापित यह कैम्ब्रिज एफिलेटेड स्कूल पूरे भारत के छात्रों और शिक्षकों चाहे उनकी भौगोलिक लोकेशन कुछ भी हो को ऑन बोर्ड लाकर पारंपरिक रूप से अलग करेगा.

हाइलाइट्स
  • बोर्ड परीक्षा के लिए जाना होगा पेरेंट कैंपस

  • 24 दिसंबर को अमिताभ कांत करेंगे उद्घाटन

जनवरी 2022 से दक्षिण एशिया के पहले हाइब्रिड स्कूल, जैन इंटरनेशनल रेजिडेंशियल स्कूल हाइब्रिड (JIRS-H) के लिए प्रवेश खुल जाएंगे. इसमें दिल्ली, मुंबई, पुणे, विशाखापत्तनम, वाराणसी और हैदराबाद सहित भारत के 20 शहरों से कम से कम 40 होम कैंपस का नेटवर्क होगा.  

हैदराबाद स्थित स्कूल प्रबंधन कंपनी, क्रिमसन (Crimson)के सहयोग से स्थापित यह कैम्ब्रिज एफिलेटेड स्कूल पूरे भारत के छात्रों और शिक्षकों चाहे उनकी भौगोलिक लोकेशन कुछ भी हो को ऑन बोर्ड लाकर पारंपरिक रूप से अलग करेगा. साथ ही यह पहली बार K-12 छात्रों के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन क्लासेज की सुविधा देगा. 

1 से 2 लाख के बीच होगी फीस
अब आपको बताते हैं कि यह कैसे काम करेगा? विभिन्न स्थानों के शिक्षकों द्वारा लर्निंग ऑपरेटिंग सिस्टम,टीएमआरडब्ल्यू के माध्यम से छात्रों के लिए सभी विषय कक्षाएं ऑनलाइन स्ट्रीम की जाएंगी. ऑफलाइन गतिविधी जैसे खेलकूद, प्रैक्टिकल आदि के लिए विद्यार्थियों को उनके निवास स्थान के निकट किसी विद्यालय से जोड़ा जाएगा. इसे होम कैंपस कहा जाएगा. उदाहरण के लिए मान लीजिए कि हैदराबाद का कोई छात्र इससे जुड़ा, तो उसे गणित और फिजिक्स की क्लासेज ऑनलाइन दी जाएंगी, जबकि फुटबॉल खेलने के लिए उसे अपने ही शहर के एक स्कूल में जाना होगा. इसके लिए वार्षिक शुल्क 1 लाख रुपये से 2 लाख रुपये के बीच रखा गया है.

बोर्ड परीक्षा के लिए जाना होगा पेरेंट कैंपस
स्कूल के गवर्निंग बोर्ड के सदस्य फ्रांसिस जोसेफ ने कहा, "जैन इंटरनेशनल रेजिडेंशियल स्कूल, बेंगलुरू इसके लिए पेरेंट कैंपस होगा,लेकिन छात्रों को केवल कक्षा 10 और कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए वहां जाना होगा."

24 दिसंबर को अमिताभ कांत करेंगे उद्घाटन
जोसेफ ने कहा, "इस मॉडल के माध्यम से हमारा लक्ष्य भौतिक सीमाओं के पार से गुणवत्ता वाले शिक्षकों को एक साथ लाना है, ताकि देश के किसी भी हिस्से में स्थित कोई भी शिक्षार्थी, चाहे वह जगह कितनी भी दूर क्यों न हो, अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सके." स्कूल, जिसकी हैदराबाद में चार शाखाएं होंगी इसका ऑफिशियल उद्घाटन 24 दिसंबर को नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत द्वारा किया जाएगा.