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UPSC CSE Result 2022: मानसी ने IAS बनने के लिए नींद त्यागी, सोशल मीडिया को छोड़ा, दोस्तों से बनाई दूरी, सिर्फ पढ़ाई पर रखा ध्यान...और पाईं यूपीएससी में 178वीं रैंक

Mansi Dahiya Achieved 178th Rank in UPSC: मानसी दहिया ने 2021 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी थी. पहले प्रयास में सफलता हाथ नहीं लगी तो वह निराश नहीं हुईं बल्कि मेहनत और बढ़ा दी. 2022 में पूरी तैयारी के साथ परीक्षा दी और 178वीं रैंक लाने में सफल रहीं.

अपने परिजनों के साथ मानसी दहिया अपने परिजनों के साथ मानसी दहिया
हाइलाइट्स
  • 7वीं क्लास में एक अधिकारी का भाषण सुन आईएएस बनने की मिली प्रेरणा

  • मानसी को यूपीएससी की परीक्षा में पहले प्रयास में मिली थी असफलता

हरियाणा के सोनीपत स्थित सेक्टर-23 की रहने वाली मानसी दहिया ने यूपीएससी की परीक्षा में 178वीं रैंक हासिल करके अपने घरवालों और राज्य का नाम रोशन किया है. मानसी ने कक्षा सात में ही अधिकारी बनने की ठान ली थी. उनके स्कूल में कार्यक्रम के तहत एक अधिकारी आए हुए थे. अपने भाषण में अधिकारी ने जब एक अधिकारी के पावर के बारे में बताया तो मानसी काफी उत्साहित हो गईं. उसके बाद से ही मानसी ने ठान लिया था कि उन्हें भी अधिकारी बनना है.

पहले प्रयास में नहीं लगी थी सफलता हाथ 
मानसी 2021 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी थी. पहले प्रयास में सफलता हाथ नहीं लगी तो वह निराश नहीं हुईं, बल्कि मेहनत और बढ़ा दी. इसके बाद 2022 में पूरी तैयारी के साथ परीक्षा दी और दूसरे ही प्रयास में परीक्षा पास कर अधिकारी बनने का सपना पूरा किया. 

खुद पर रखें विश्वास, मिलेगी जरूर सफलता
मानसी ने अपनी सफलता का राज बताते हुए कहा कि किसी भी तरह की सफलता विशेषतौर पर पढ़ाई से संबंधित सफलता पाने के लिए सोशल मीडिया से सोशल डिस्टेंसिंग रखना बेहद जरूरी है. मानसी ने बताया कि ढाई साल हो गए थे सोशल मीडिया से ऐसी तौबा कर रखी थी कि कभी कोई भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म खोल कर नहीं देखा. इतना ही नहीं उन्होंने रिश्तेदारों और दोस्तों से भी दूरी बना ली थी. उनका पूरा फोक्स सिर्फ पढ़ाई पर था. हर दिन में 7 से 8 घंटे पढ़ाई करने वाली मानसी दहिया ने खुद पर विश्वास रखते हुए मन लगाकर पढ़ाई करने को सफलता का मूलमंत्र बताया. 

पढ़ाई करते देख पिता बनाकर देते थे चाय
हिंदू विद्यापीठ से स्कूली पढ़ाई पूरी करने वाली मानसी दहिया का परिवार मूल रूप से सेहरी गांव का रहने वाला है. मानसी के पिता कर्मबीर सिंह दहिया बताते हैं कि मानसी रात-रात भर पढ़ाई करती थी. जब वो देखते थे कि मानसी देर रात तक पढ़ रही है और फिर सुबह 4 बजे उठकर फिर से पढ़ना शुरू कर देती है तो वे खुद मानसी के लिए चाय बनाया करते थे. कर्मबीर सिंह ने अपनी बेटी की कामयाबी पर गर्व जाहिर करते हुए कहा कि सच ही कहा जाता है कि अब बेटियां बेटों से कम नहीं है. हमारी बेटी ने भी हमारा और पूरे परिवार का नाम रोशन कर दिखा दिया है कि बेटियां कम नहीं है. भाई अंकित दहिया, भाभी आंचल रानी दहिया ने बताया कि मानसी अपनी पढ़ाई को लेकर पूरी तरह से फोक्स थी. 

परिवार में हैं कई अफसर 
मानसी का परिवार में कई अफसर हैं. मानसी के दादा अमर सिंह के भाई भीम सिंह दहिया रेवेन्यू कमिश्नर रहे हैं. मानसी के ताऊ और भीम सिंह के बड़े बेटे एलकेएस दहिया भी आईआरएस रह चुके हैं. अब तीसरी पीढ़ी में मानसी दहिया ने भी अफसर बनकर दिखाया है. मानसी के पिता कर्मबीर सिंह दहिया गुरुग्राम की एक मल्टी नेशनल कंपनी में बतौर ड्राफ्ट्समैन काम करते हैं, जबकि माता राधा देवी दिल्ली में एसएसए में कॉन्ट्रेक्ट बेस पर नौकरी करती हैं. मानसी ने अपनी पढ़ाई में अपनी मां का सबसे बड़ा हाथ बताया. बुआ रश्मि के बूस्टअप को भी याद किया. मानसी के यूपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद पूरे परिवार में खुशी का माहौल है. घर पर बधाइयों का तांता लगा हुआ है. 

(पवन राठी की रिपोर्ट)