scorecardresearch

आसान और पारदर्शी होगी भर्ती प्रक्रिया, सभी सरकारी नौकरियों के लिए होगी संयुक्त परीक्षा

वर्तमान में केंद्र सरकार के अलग-अलग विभागों के लिए अलग-अलग भर्ती प्रक्रिया की जाती है. लेकिन अब भर्ती प्रक्रिया को आसान और पारदर्शी बनाने के लिए सिर्फ एक एजेंसी को नियुक्त किया जाएगा. और सभी विभागों के लिए सिर्फ एक ही परीक्षा आयोजित की जाएगी. गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान राज्यसभा में पूरक सवालों के जवाब में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने यह जानकारी दी.

Representative Image Representative Image
हाइलाइट्स
  • राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी आयोजित करेगी संयुक्त परीक्षा

  • बैंक, रेलवे और एसएससी के पद होंगे शामिल

वर्तमान में केंद्र सरकार के अलग-अलग विभागों के लिए अलग-अलग भर्ती प्रक्रिया की जाती है. लेकिन अब भर्ती प्रक्रिया को आसान और पारदर्शी बनाने के लिए सिर्फ एक एजेंसी को नियुक्त किया जाएगा. और सभी विभागों के लिए सिर्फ एक ही परीक्षा आयोजित की जाएगी.

गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान राज्यसभा में पूरक सवालों के जवाब में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने यह जानकारी दी. उनका कहना था कि अब राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी (नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी) द्वारा सभी विभागों के लिए एक भर्ती परीक्षा आयोजित की जाएगी. 

बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार इसी साल से संयुक्त परीक्षा आयोजित करने की योजना बना रही थी लेकिन यह मुमकिन नहीं हो सका. लेकिन अब जल्द ही इस योजना पर काम किया जाएगा.

बैंक, रेलवे और एसएससी के पद होंगे शामिल: 

इस संयुक्त परीक्षा के शुरूआती चरण में बैंक, रेलवे और कर्मचारी चयन आयोग के पदों को शामिल किया जाएगा. इसके बाद आने वाले समय में इसे और व्यापक बनाया जाएगा ताकि केंद्र सरकार के अन्य विभागों के पदों को भी इस एक परीक्षा के अंतर्गत लाया जाए. 

साथ ही, कोशिश की जा रही है की इस संयुक्त परीक्षा के लिए देश के हर जिले में कम से कम एक परीक्षा केंद्र हो ताकि छात्रों को परेशानी न हो. 

सात सालों में हुई 6.98 भर्तियां:   

जितेंद्र ने बताया कि केंद्र ने 2014 से अपने विभिन्न विभागों में लगभग 6.98 लाख कर्मचारियों की भर्ती की है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने न केवल भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाई है, बल्कि साथ ही नए पद सृजित करने का प्रयास किया।

उन्होंने बताया रिक्त पदों पर भर्ती एक सतत प्रक्रिया है. जब तक किसी विभाग द्वारा सूचित रिक्तियों को भरा जाता है, तब तक कुछ नई रिक्तियां सामने आती हैं. सेवानिवृत्ति, इस्तीफे, मृत्यु और पदोन्नति के कारण विभागों में रिक्तियां होती हैं.