UGC Chairman
UGC Chairman यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन ने हाल ही में घोषणा की थी यूनिवर्सिटीज या किसी अन्य हायर एजुकेशनल इंस्टिट्यूट में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर सीधी भर्ती के लिए NET/SET सर्टिफिकेट न्यूनतम मानदंड होगा. यूजीसी ने कहा कि पीएचडी डिग्री ऑप्शनल होगी. हालांकि, इस घोषणा के बाद कई तरह की कंफ्यूजन सामने आए. सबसे बड़ा कंफ्यूजन यह रहा कि जिन लोगों के पास पीएचडी की डिग्री है लेकिन NET या SET सर्टिफिकेट नहीं तो क्या अब वे असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं?
इस संदेह को दूर करते हुए यूजीसी ने स्पष्ट किया है कि पीएचडी धारक विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर सीधी भर्ती के लिए पात्र हैं. इसका मतलब है कि पीएचडी डिग्री जिनके पास है वे भी असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
पीएचडी धारकों को मिली NET/SET से छूट
यूजीसी के अध्यक्ष प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने कहा है कि यूजीसी नियमों के अनुसार ली गई पीएचडी डिग्री धारक असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर सीधी भर्ती के लिए अप्लाई कर सकते हैं और उन्हें यूजीसी-नेट/एसएलईटी/एसईटी से छूट दी गई है.
इस सप्ताह जारी यूजीसी गजट नोटिफिकेशन के अनुसार, असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति के लिए पीएचडी योग्यता 01 जुलाई, 2023 से ऑप्शनल होगी. इसमें कहा गया है कि सभी उच्च शिक्षा संस्थानों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर सीधी भर्ती के लिए नेट/सेट/एसएलईटी न्यूनतम मानदंड होगा.
क्या हैं असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए मानदंड
प्रोफेसर कुमार ने एक ट्वीट थ्रेड शेयर करके बताया कि असिस्टेंट प्रोफेसर स्तर पर सीधी भर्ती के लिए पीएचडी अनिवार्य मानदंड नहीं होगा. लेकिन यूजीसी न्यूनतम योग्यता नियम 2018 में दिए गए अन्य पात्रता मानदंड बने रहेंगे.
कुमार ने कहा कि किसी भी विषय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर भर्ती के लिए मिलने वाले आवेदनों की संख्या के आधार पर, संबंधित संस्थान नियमों में दिए गए उपयुक्त मानदंडों का उपयोग कर सकते हैं.