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लंदन में रहकर पढ़ रहे भारतीय छात्रों को हो रही ये परेशानियां, देखें

यूके में रहकर पढ़ाई कर रहे विदेशी छात्रों को इन दिनों बेतहाशा महंगाई के बीच एक साथ कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. लाखों रुपए का लोन लेकर लंदन में पढ़ाई कर रहे भारतीयों को छोटे से कमरे में रहने के लिए महंगा किराया देना पड़ रहा है, उन्हें पार्ट टाइम जॉब नहीं मिलने से अपना खर्च उठाना मुश्किल हो रहा है. इसके साथ ही लोकल स्टूडेंट्स के मुकाबले विदेशी छात्रों को तीन गुना फीस देनी पड़ रही है. इन सभी मुद्दों ने मिलकर अंतरार्ष्ट्रीय छात्रों की मुश्किलें कई गुना बढ़ा दी हैं. इसका सीधा खामियाजा मुख्य तौर पर चीन के बाद भारत के छात्रों को उठाना पड़ रहा है, क्योंकि यूके में चीन के बाद सबसे ज्यादा इंटरनेशनल स्टूडेंट्स की संख्या भारत से ही है. साल 2022 में चीन से 143,820 छात्र यूके में पढ़ाई के लिए पहुंचे थे, जबकि भारतीय छात्रों की तादाद 84,555 थी. वहीं, साल 2018-19 में भारत से यूके गए छात्रों की संख्या 26,685 थी जो 2021-22 में बढ़कर 84,555 पहुंच गई. दरअसल, कोविड महामारी के बाद यूके में हर चीज दो गुना से भी ज्यादा महंगी हो गई है. ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को जॉब नहीं मिलने से इस महंगाई का सामना करना मुश्किल हो रहा है. कई छात्रों का मानना है कि भारत में उनकी जिंदगी ज्यादा बेहतर थी, लेकिन लंदन से एक डिग्री लेने के चक्कर में उनका सब कुछ दांव पर लग गया है.