लखनऊ के करीब मलीहाबाद का आंट गांव है.ये गांव वैसे तो बाकी गांव की तरह ही है, लेकिन दोपहर बाद ये गांव एक अलग तरह की करवट लेता है.घर का कामकाज निपटाकर और पूरे घर को सहेजकर यहां की महिलाएँ पंचायत भवन की ओर चल पड़ती हैं. इस पंचायत भवन में नानी दादी और माँ एक साथ पढ़ती हैं.पढ़ने लिखने को लेकर यहां ना तो किसी तरह की शर्म है..और ना ही बच्चों से मदद लेने में कोई हिचक...देखें ये खास रिपोर्ट.
How an adult literacy class is transforming the lives of women in a remote village in Malihabad. Watch the video to know more information about the story.