
सच ही कहा गया है, समय बहुत बलवान होता है और एक-एक मिनट समय का महत्व होता है. समय की कीमत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मात्र तीन मिनट विलंब होने के कारण बिहार विधानसभा चुनाव में एक उम्मीदवार का सपना चकनाचूर हो गया. दौड़ते-दौड़ते नामांकन कक्ष की तरफ भागे तो सही, लेकिन आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार नामांकन नहीं कर सके.
नामांकन करने समय पर नहीं पहुंचे AAP के उम्मीदवार-
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण की वोटिंग को लेकर 20 अक्टूबर को नामांकन का आखिरी दिन था. नामांकन के आखिरी दिन सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र में 20 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. लेकिन एक उम्मीदवार की किस्मत ने साथ नहीं दिया और वो नामांकन नहीं कर पाए. नामांकन कक्ष की ओर दौड़ लगाकर गए. लेकिन वक्त पर नहीं पहुंच पाए. नामांकन दाखिल करने में नाकाम रहने वाले शख्स आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार राहुल राणा हैं.
3 मिनट और टूट गया सपना-
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी ने जमुई जिला के दो विधानसभा क्षेत्र जमुई और सिकंदरा से अपने उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतारा था. जमुई से रामाशीष यादव ने अपना नामांकन पत्र दाखिल तो कर दिया, लेकिन सिकंदरा से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार राहुल राणा अपना नामांकन पत्र दाखिल नहीं कर सके. आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार राहुल राणा तीन मिनट देर से पहुंचे. जिसकी वजह से नामांकन दाखिल नहीं कर पाए.
दिवाली की वजह से हो गई देर- पत्नी
दूसरे चरण के नामांकन के आखिरी दिन सोमवार को जमुई जिले के सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र में एक दिलचस्प दृश्य देखने को मिला. आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रत्याशी राहुल राणा नामांकन दाखिल करने के लिए दौड़ते हुए समाहरणालय पहुंचे, लेकिन नियत समय से सिर्फ तीन मिनट की देरी ने उनका सपना तोड़ दिया.
जानकारी के अनुसार, नामांकन की अंतिम समय सीमा दोपहर 3 बजे तक निर्धारित थी. राहुल राणा 2 बजकर 57 मिनट पर समाहरणालय जाने वाली सड़क पर दौड़ते हुए देखे गए. लेकिन जब तक वे नामांकन कक्ष पहुंचे, तब तक घड़ी की सुई तीन बजकर तीन मिनट दिखला रही थी और तब तक सिकंदरा के सहायक निर्वाचन अधिकारी ने नामांकन प्रक्रिया बंद करने की घोषणा कर चुके थे. नियमानुसार 3 बजे के बाद किसी भी उम्मीदवार का पर्चा स्वीकार नहीं किया जा सकता था.
जानकारी के अनुसार आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार राहुल राणा ने मौके पर काफी विनती की, लेकिन अधिकारियों ने निर्वाचन नियमों का हवाला देते हुए नामांकन लेने से इंकार कर दिया. वे कुछ देर तक वहीं बैठे मायूस दिखे और बाद में पत्नी संग पटना लौट गए.
राहुल राणा की पत्नी ने बताया कि वे लोग दिल्ली से आ रहे थे और दिवाली के कारण यात्रा में देरी हो गई.
3 मिनट की हुई देरी- जिलाध्यक्ष
इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष राजकुमार ने बताया कि जमुई जिला में पार्टी ने 2 उम्मीदवार को टिकट दिया. जमुई से रामाशीष यादव और सिकंदरा से राहुल राणा को टिकट दिया गया था. लेकिन तीन मिनट की देर होने की वजह से राहुल राणा नामांकन नहीं कर सके. उन्होंने कहा कि राहुल राणा दोपहर डेढ़ बजे भी पहुंचे थे, लेकिन पेपर में कुछ गड़बड़ी होने के कारण वह ठीक करने चल गए और फिर 3 बजकर तीन मिनट पर पहुंचे, लेकिन सहायक निर्वाचन पदाधिकारी ने नामांकन दाखिल करने से मना कर दिया.
राहुल राणा मुंगेर जिले के जमालपुर के रहने वाले हैं. राहुल राणा दिल्ली में ही रहते है और दिल्ली में ही आम आदमी पार्टी में पदाधिकारी है.
(राकेश कुमार सिंह की रिपोर्ट)
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