Voting
Voting दिल्ली में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है. दिल्ली में एक फेज में वोटिंग होगी. विधानसभा के लिए 5 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. जबकि 8 फरवरी को नतीजे आएंगे. नामांकन की आखिरी तारीख 17 जनवरी है. जबकि नॉमिनेशन की स्क्रूटनी 18 जनवरी को की जाएगी. पर्चा वापस लेने की आखिरी तारीख 20 जनवरी है.
| चुनाव प्रक्रिया | तारीख |
| गजट नोटिफिकेशन की तारीख | 10 जनवरी |
| नामांकन की आखिरी तारीख | 17 जनवरी |
| स्क्रूटनी की तारीख | 18 जनवरी |
| पर्चा वापसी की आखिरी तारीख | 20 जनवरी |
| वोटिंग का दिन | 5 फरवरी |
| नतीजे | 8 फरवरी |
दिल्ली में सभी 70 सीटों पर वोटिंग होगी. इसमें से 58 सीट सामान्य हैं. जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं.
13033 पोलिंग स्टेशन-
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 13033 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे. हर पोलिंग स्टेशन पर औसतन 1191 वोट डालेंगे. इसमें से 210 पोलिंग स्टेशन को मॉडल स्टेशन बनाया जाएगा.
दिल्ली में कितने वोटर्स-
दिल्ली में एक करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 वोटर हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक पुरुष वोटर्स की संख्या 83 लाख 49 हजार 645 है. जबकि महिला वोटर्स की संख्या 71 लाख 73 हजार 952 है. थर्ड जेंडर वोटर्स की संख्या 1261 है. दिल्ली में 100 साल से अधिक उम्र के 830 वोटर हैं. जबकि 1.09 लाख वोटर्स 85 साल की उम्र से ज्यादा के हैं.
EVM से छेड़छाड़ की बात गलत- CEC
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि ईवीएम से छेड़छाड़ की बात में गलत है. कोर्ट ने माना है कि ईवीएम हैक नहीं हो सकती. लेकिन ईवीएम पर शक जताने की कोशिश की गई. उन्होंने कहा कि एजेंट के सामने ईवीएम सील होती है. मतदान के बाद ईवीएम सील की जाती है. ईवीएम में अवैध वोट की संभावना नहीं है. ईवीएम की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है.
साल 2020 में 8 फरवरी को हुई थी वोटिंग-
साल 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान 6 जनवरी को हुआ था. 14 जनवरी को नोटिफिकेशन जारी हुआ था. पिछली बार सभी 70 सीटों पर 8 फरवरी को वोट डाले गए थे. जबकि वोटों की गिनती 11 फरवरी को हुई थी. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी को बड़ी जीत मिली थीी. 16 फरवरी को अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
ये भी पढ़ें: