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Gujarat Assembly Election 2022: मोदी लहर के बावजूद गुजरात में जीते आप के ये विधायक, केजरीवाल बोले-हम BJP के क‍िले को भेदने में हुए कामयाब

गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में मोदी लहर के बावजूद आम आदमी पार्टी (आप) के पांच विधायक जीत दर्ज करने में सफल हुए.इस जीत से खुश राष्ट्रीय संजोयक अरविंद केजरीवाल ने कहा, गुजरात बीजेपी का गढ़ माना जाता है, लेकिन हम इस किले को भेदने में सफल रहे हैं.

मोदी लहर के बावजूद गुजरात में जीते आप के विधायक मोदी लहर के बावजूद गुजरात में जीते आप के विधायक
हाइलाइट्स
  • आप के राष्ट्रीय संजोयक ने कहा-अगली बार हम किला जीतेंगे

  • आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का मिल गया है दर्जा

गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में मोदी लहर के बावजूद आम आदमी पार्टी (आप) के पांच विधायक जीत दर्ज करने में सफल हुए.इस जीत से खुश राष्ट्रीय संजोयक अरविंद केजरीवाल ने कहा, गुजरात बीजेपी का गढ़ माना जाता है, लेकिन हम इस किले को भेदने में सफल रहे हैं. हम पर जो लोगों ने विश्वास जताया, उसके लिए हम आभारी हैं. अगली बार हम किला जीतेंगे. हालांकि चुनाव से पहले केजरीवाल ने लिखकर दिया था कि भाजपा की करारी हार होगी, आप सरकार बनाएगी. गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया है. 

कार्यकर्ताओं से कहा-अब आप थोड़े दिन आराम कर लो
केजरीवाल ने कहा, हमें पॉजटिव राजनीति ही करनी है. हम शरीफ ईमानदार और देशभक्त लोग हैं. हमें आगे भी यही पहचान बनाकर रखनी है. गुजरात के उन सभी कार्यकर्ताओं को बहुत बधाई और उनका धन्यवाद जिन्होंने दिन रात मेहनत की. अब आप थोड़े दिन आराम कर लो फिर से काम पर लगना है. चुनाव आते-जाते रहेंगे. हम राजनीति में सेवा करने के लिए आए हैं, उस सेवा बंद नहीं हो करना है. कहीं कोई दुखी हो, उसकी हमेशा सेवा करनी है, भले किसी पार्टी का हो, वोट मिले या न मिले, सेवा करनी है.

धुरंधर हारे, कम चर्चित चेहरे विधानसभा में पहुंचने में हुए सफल
आप के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया, सी के प्रदेश प्रमुख गोपाल इटालिया के गृह जिले से आते हैं. उमेश मकवाणा को जब आप ने बोटाद से प्रत्याशी बनाया था. तब विरोध भी सामने आया था, लेकिन उमेश मकवाणा चुनाव जीतने में सफल रहे. मकवाणा ने बीजेपी के उम्मीदवार धनश्याम भाई विराणी को करीबी संघर्ष में शिकस्त दी. उमेश मकवाणा को कुल 43.04 % और विराणी को 41.56% वोट मिले.

चैतरभाई वसावा : डेडियापाड़ा सीट से जीते चैतर वसावा के नामांकन के वक्त भी भारी भीड़ उमड़ी थी. इसके वीडियो भी वायरल हुए थे. चैतर वसावा कभी छोटू वसावा और बीटीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश वसावा के करीबियों में गिने जाते थे, लेकिन जब आप और भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) का गठबंधन टूटा तो चैतर वसावा आप में शामिल हो गए. चैतर वसावा ने बीजेपी के प्रत्याशी हितेश कुमार वसावा को 42082 वोटों से हराया है.

सुधीर वाघाणी : सुरेंद्र नगर जिले की गारिया

एम कैंडिडेट इसुदान गढ़वी और पाटीदार आंदोलन के चर्चित चेहरे अल्पेश कथीरिया और धार्मिक मालवीया समेत पार्टी के प्रदेश महामंत्री मनोज सोराठिया चुनाव नहीं जीत पाए.तो वहीं कम चर्चित चेहरे विधानसभा में पहुंचने में कामयाब रहे.

उमेश भाई मकवाणा : आम आदमी पार्टी

धार सीट से जीते सुधीर वाघाणी पाटीदार आंदोलन के चर्चित चेहरे अल्पेश कथीरिया और धार्मिक मालवीया पार्टी में शामिल हुए थे. सुधीर वाघाणी को कुल 60463 (43.46%) वोट मिले. उन्होंने यहां पर केशुभाई नकराणी को हराया.

भूपतभाई भायाणी : सामाजिक कार्यकर्ता भूपतभाई भायाणी की जीत कई मायने में खास है. 2017 में इस सीट पर कांग्रेस ने कब्जा किया था. हर्षद रीबडिया विजयी रहे थे, लेकिन इस बार वे चुनावों से पहले बीजेपी में गए और चुनाव लड़े तो उन्हें यहां हार का सामना करना पड़ा. भूपत भाई भायाणी ने रीबड़िया को हराया. 

हेमंत भुवा : जामनगर जिले की जाम जोधपुर सीट से चुनाव जीते हेमंत भुवा 10 नंवबर 2022 को ही आम आदमी पार्टी से जुड़े थे. पार्टी ने इसके बाद हेमंत भुवा को टिकट दिया. हेमंत भुवा को 47.45 फीसदी वोट मिले. भुवा ने बीजेपी के प्रत्याशी हेमंत भाई सपारिया को हराया.