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Ashok Chavan: महाराष्ट्र के सीएम रहे अशोक चव्हाण ने Congress छोड़ी, जानिए इनकी सियासी कहानी

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी के दिग्गज लीडर अशोक चव्हाण ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही चव्हाण ने विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दिया है. कयास लगाए जा रहे हैं कि अशोक चव्हाण बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. अशोक चव्हाण दो बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे हैं.

Ashok Chavan Ashok Chavan

लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) से पहले महाराष्ट्र (Maharashtra) में कांग्रेस (Congress) को बड़ा झटका लगा है. दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण (Ashok Chavan) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. चव्हाण ने पार्टी के साथ विधायक पद से भी इस्तीफा दे दिया है. अशोक चव्हाण नांदेड़ सीट से विधायक थे. अशोक चव्हाण का अगला कदम क्या हो सकता है और उनके अबतक के सियासी सफर के बारे में जानते हैं.

अशोक चव्हाण का इस्तीफा, आगे क्या?
अशोक चव्हाण ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को चिट्ठी लिखकर पार्टी से इस्तीफा दिया है. इसके साथ ही उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया और विधायकी छोड़ दी. आपको बता दें कि कुछ समय पहले मिलिंद देवड़ा (Milind Deora) और बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) ने भी कांग्रेस को अलविदा कहा था. अब अशोक चव्हाण के जाने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है.

कयास लगाए जा रहे हैं कि अशोक चव्हाण बीजेपी में जा सकते हैं. अशोक चव्हाण के इस्तीफे पर सूबे के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "मैंने मीडिया के जरिए अशोक चव्हाण के बारे में सुना. लेकिन मैं अभी केवल इतना ही कह सकता हूं कि कांग्रेस के कई नेता बीजेपी के संपर्क में हैं. जो नेता जनता से जुड़े हैं, वे कांग्रेस में घुटन महसूस कर रहे हैं. मुझे विश्वास है कि कुछ बड़े चेहरे कांग्रेस में शामिल होंगे. आगे-आगे देखिए होता है क्या."

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चव्हाण का सियासी सफर
अशोक चव्हाण को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का करीबी माना जाता था और उनकी गिनती सूबे के बड़े नेताओं में होती है. अशोक चव्हाण ने महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव के तौर पर सियासी सफर की शुरुआत की थी. साल 1987 में नांदेड़ लोकसभा सीट से पहली बार सांसद बने. इसके बाद सियासत में आगे बढ़ते गए. साल 1992 में चव्हाण विधान परिषद के सदस्य बनाए गए. इसके एक साल बाद साल 1993 में उनको सूबे की सरकार में मंत्री बनाया गया. साल 2003 में विलासराव देशमुख सरकार में वो फिर मंत्री बनाए गए.

आदर्श घोटाले में कई सीएम की कुर्सी-
अशोक चव्हाण दो बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने. साल 2008 में मुंबई हमले के बाद विलासराव देशमुख ने पद से इस्तीफा दे दिया था. उसके बाद पार्टी ने चव्हाण को मुख्यमंत्री बनाया था. इसके बाद साल 2009 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को जीत मिली थी. उसके बाद एक बार फिर अशोक चव्हाण को सूबे की कमान सौंपी गई थी. करीब डेढ़ साल तक वो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी रहे. अशोक चव्हाण 8 दिसंबर 2008 से 9 नवंबर 2010 तक सूबे के मुखिया रहे. लेकिन आदर्श हाउसिंग सोसाइटी घोटाले में नाम आने के बाद उनको इस्तीफा देना पड़ा. कांग्रेस ने अशोक चव्हाण को प्रदेश अध्यक्ष भी बनाया. अशोक चव्हाण साल 2014 लोकसभा चुनाव में नांदेड़ सीट से सांसद बने. हालांकि साल 2019 में उनको हार का सामना करना पड़ा था.

पिता भी थे मुख्यमंत्री-
अशोक चव्हाण के पिता का नााम शंकरराव चव्हाण था. शंकरराव चव्हाण महाराष्ट्र के दो बार मुख्यमंत्री रहे. इसके अलावा वो कई बार मंत्री भी रहे. शंकरराव चव्हाण सूबे में कांग्रेस के बड़े लीडर माने जाते थे. अशोक चव्हाण का जन्म 28 अक्टूबर 1958 को हुआ था. उनकी पढ़ाई-लिखाई सेंट जेवियर्स हाई स्कूल फोर्ट से हुई. उन्होंने बिजनेस मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री हासिल की.

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