
गुजरात में जनता ने बीजेपी को प्रचंड जीत दी है. इसका असर काउंटिंग के बाद भी दिखाई दे रहा है. निर्दलीय और दूसरे दलों के विधायकों का झुकाव बीजेपी की तरफ बढ़ने लगा है. अभी शपथ ग्रहण भी नहीं हुआ है, इससे पहले ही 3 निर्दलीय और आम आदमी पार्टी के एक विधायक के बीजेपी सरकार को समर्थन देने की बात सामने आ रही है.
AAP के एक और 3 निर्दलीय विधायकों का समर्थन-
गुजरात में बीजेपी की सरकार बन रही है. भूपेंद्र पटेल की कल ताजपोशी होगी. इस मौके पर कई दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे. शपथ ग्रहण से पहले ही कई जीते हुए उम्मीदवारों का बीजेपी की तरह झुकाव बढ़ने लगा है. 3 निर्दलीय विधायक और आम आदमी पार्टी के एक विधायक बीजेपी को समर्थन देने जा रहे हैं. आम आदमी पार्टी के विधायक भूपत भयाणी बीजेपी सरकार को बाहर से समर्थन देंगे. जबकि 3 निर्दलीय विधायक धवल सिंह झाला, मावजी देसाई और धर्मेंद्र वाघेला ने बैठक की. इस बैठक में बीजेपी सरकार को समर्थन देने का फैसला किया.
तीनों निर्दलीय विधायकों को जानिए-
धवल सिंह झाला बायड से निर्दलीय विधायक चुने गए हैं. धवल साल 2017 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे. लेकिन उपचुनाव में हार गए थे. इस बार बीजेपी से टिकट चाहते थे. लेकिन पार्टी ने टिकट नहीं दिया और उनकी जगह भीखीबेन परमार को टिकट दिया था. जिससे नाराज होकर धवल निर्दलीय मैदान में उतर गए. जनता ने धवल की बगावत को पसंद किया और खूब वोट दिया. इस तरह से धवल झाला विधायक बन गए.
मावजी देसाई ने धानेरा विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव जीता है. देसाई भी चुनाव से पहले बीजेपी में थे. लेकिन पार्टी ने उनको टिकट नहीं दिया. इससे नाराज होकर मावजी देसाई ने बगावत कर दी और निर्दलीय मैदान में उतर गए. इसको देखते हुए बीजेपी ने उनको पार्टी से सस्पेंड कर दिया. हालांकि एक बार फिर वो बीजेपी की सरकार को समर्थन दे रहे हैं.
धर्मेंद्र सिंह वाघेला ने भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की है. वाघेला ने वाघोडिया ने जीत हासिल की है. वाघेला ने 14 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है. वाघेला भी बीजेपी से बगावत करके निर्दलीय मैदान में उतरे थे.
कौन हैं AAP के विधायक भूपत भयाणी-
भूपत भयाणी ने विसावदर विधानसभा सीट से जीत दर्ज की है. भयाणी ने आम आदमी पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की है. इससे पहले वो बीजेपी में थे. भयाणी को बीजेपी का दिग्गज और दबंग नेता माना जाता था. भयाणी विधानसभा का टिकट चाहते थे. लेकिन जब पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो उन्होंने बगावत कर दी. बाद में भयाणी आम आदमी पार्टी में चले गए.
शपथ ग्रहण समारोह में दिग्गज नेता-
गुजरात में रिकॉर्ड जीत के बाद बीजेपी की सरकार बन रही है. भूपेंद्र पटेल सोमवार को यानी 12 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. दोपहर 2 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहेंगे. इसके अलावा पार्टी के दिग्गज नेता राजनाथ सिंह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत बीजेपी संसदीय दल के सभी सदस्य मौजूद रहेंगे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे.
कैबिनेट में किसको मिलेगी जगह-
भूपेंद्र कैबिनेट में 20-22 मंत्रियों को जगह मिल सकती है. जिसमें 9 कैबिनेट मंत्री हो सकते हैं. भूपेंद्र कैबिनेट में युवा, महिला और अनुभवी चेहरों को शामिल करने की तैयारी है. कैबिनेट के कई संभावित नाम सामने आए हैं. चलिए आपको बताते हैं कि भूपेंद्र सरकार में कौन-कौन मंत्री हो सकते हैं.
ऋषिकेश पटेल-
पिछली बार भूपेंद्र सरकार में ऋषिकेश पटेल को प्रदेश की सेहत की जिम्मेदारी दी गई थी. इस बार फिर से उनको कैबिनेट में जगह मिल सकती है. ऋषिकेश पाटीदार समुदाय के ताकतवर नेता हैं.
कुंवरजी बावलिया-
बावलिया कोली समाज से आते हैं. उनको समुदाय के बड़े नेता के तौर पर जाना जाता है. कुंवरजी विजय रुपानी सरकार की सरकार में मंत्री रह चुके हैं. इस बार फिर से उनको मौका मिल सकता है.
रमणलाल वोरा-
रमणलाल वोरा को पीएम मोदी का करीबी माना जाता है. जब नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री थे तो उस दौरान भी रमणलाल वोरा को कैबिनेट में जगह मिली थी. इस बार भी उनको मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.
जयेश रादडिया-
जयेश रादडिया सौराष्ट्र में को-ऑपरेटिव सेक्टर में बड़ा नाम हैं. वो विट्ठल रादडिया के बेटे हैं. जयेश विजय रुपानी सरकार में मंत्री थे, लेकिन भूपेंद्र सरकार में उनको हटा दिया गया था. इस बार फिर से उनके कैबिनेट में शामिल होने की संभावना है.
गणपत वसावा-
गणपत वसावा बड़े आदिवासी नेता हैं. आनंदी बेन से लेकर विजय रुपानी सरकार तक में उनको कैबिनेट में जगह मिली थी. इस बार भी उनको मंत्रिमंडल में शामिल करने की उम्मीद है.
कनु देसाई-
कनु देसाई दक्षिण गुजरात से आते हैं. पिछली भूपेंद्र पटेल की सरकार में कनु देसाई वित्त मंत्री थे. इस बार भी कैबिनेट में जगह मिल सकती है.
राधवजी पटेल-
राधवजी पटेल पिछले बार भूपेंद्र पटेल की सरकार में मंत्री थे. उनको कृषि मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी. पूरी संभावना है कि इस बार भी उनको कैबिनेट में शामिल किया जाए.
हर्ष संधवी-
हर्ष संधवी दक्षिण गुजरात से आते हैं और युवा हैं. पिछले भूपेंद्र सरकार में गृह मंत्रालय का जिम्मा मिला था. इसबार भी कैबिनेट में शामिल होने की उम्मीद है.
किरीट सिंह राणा-
कीरीट सिंह राणा पिछली भूपेंद्र पटेल की सरकार में मंत्री थे. उनको भी मौका मिल सकता है.
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