
Haryana, Jammu and Kashmir Assembly Election Result 2024: हरियाणा (Haryana) और जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) दोनों राज्यों में विधानसभा की 90-90 सीटें हैं. दोनों राज्यों में मतदान हो चुका है. अब बारी चुनाव नतीजों के आने की है. 8 अक्टूबर 2024 को वोटों की गिनती होगी और इसी दिन परिणाम घोषित किए जाएंगे.
वोटों की गिनती मंगलवार को सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएगी. पहले पोस्टल बैलेट गिने जाएंगे. इसके बाद EVM से डाले गए वोटों की गिनती होगी. सुबह 9 बजे तक शुरुआती रुझान आने लगेंगे. दोपहर बाद फाइनल नतीजों की तस्वीर साफ हो जाएगी. सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 46 है. बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) दोनों दल जीत के दावे कर रहे हैं. हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनाव परिणामों की आधिकारिक जानकारी चुनाव आयोग की वेबसाइट पर दी जाएगी. यहीं हर पार्टी की स्थिति देखी जा सकती है. साथ ही सीट वार ब्यौरा भी देखा सकता है.
इन पार्टियों के बीच है सीधा मुकाबला
हरियाणा चुनाव में मुख्य पार्टियां बीजेपी,कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (AAP), इंडियन नेशनल लोकदल (ILND)-बहुजन समाज पार्टी (BSP) और जननायक जनता पार्टी (JJP)-आजाद समाज पार्टी (ASP) हैं. हरियाणा में इस बार 65 फीसदी मतदान ही हुआ है. कम मत प्रतिशत के बाद भाजपा और कांग्रेस की टेंशन बढ़ी हुई है. कई बड़े नेताओं की किस्मत दांव पर है.
उधर, जम्मू-कश्मीर विधानसा चुनाव में मुख्य रूप से कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) गठबंधन, भारतीय जनता पार्टी और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के बीच मुकाबला रहा है. जम्मू-कश्मीर में चुनाव के नतीजों से 2019 में आर्टिकल 370 को निरस्त किए जाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में पहली निर्वाचित सरकार के गठन का रास्ता साफ होगा. उधर, हरियाणा में बीजेपी जीत की हैट्रिक लगाने की उम्मीद में है तो वहीं कांग्रेस 10 साल बाद सत्ता में वापसी की आस लगाए बैठी है.
जम्मू-कश्मीर में इतने सालों के बाद हुआ है मतदान
जम्मू-कश्मीर में 10 सालों के बाद विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ है. साल 2014 के बाद से पहली बार विधानसभा चुनाव तीन फेज में हुए हैं. 18 सितंबर 2024 को पहले फेज में 24 सीटों पर वोटिंग हुई थी.
इसके बाद दूसरे चरण में 25 सितंबर को 26 सीटों पर मतदान हुआ था. 1 अक्टूबर 2024 को तीसरे फेज के तहत 40 सीटों पर वोटिंग कराई गई थी. इस बार जम्मू-कश्मीर के 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनावी मुकाबले में कुल 873 उम्मीदवार ने अपनी किस्मत आजमाई है. सरकार बनाने के लिए 46 विधायकों का सपोर्ट जरूरी है. एग्जिट पोल में इस नंबर के सबसे करीब इंडियन नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस का गठबंधन है.
पिछले चुनाव में किस पार्टी को कितनी मिली थीं सीटें
जम्मू-कश्मीर में पिछले चुनाव में बीजेपी को 25 सीटों पर जीत मिली थी. उधर, इंडिया ब्लॉक को पिछले चुनाव में 24 सीटें मिली थीं. इस बार पीडीपी को सबसे बड़ा झटका लग सकता है. पीडीपी को 6-12 सीटें मिल सकती हैं. पिछले चुनाव में पीडीपी को 28 सीटों पर जीत मिली थी. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला दो सीटों बडगाम और गंदेरबल से इस बार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद गनी लोन भी दो सीटों हंदवाड़ा और कुपवाड़ा से चुनाव लड़े हैं. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा बटमालू से ताल ठोक रहे हैं. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना नौशेरा सीट से चुनाव लड़े हैं. अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह पहला चुनाव है, जो राजनीतिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कूदे 1031 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला आज
हरियाणा विधानसभा की कुल 90 सीटों पर इस बार एक चरण में 5 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी. हरियाणा में भाजपा जीत की हैट्रिक लगाना चाह रही है तो वहीं कांग्रेस भी सत्ता में वापसी के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है. इस चुनाव के नतीजे राष्ट्रीय राजनीति पर भी असर डाल सकते हैं.
इस बार 464 निर्दलीय समेत कुल 1031 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. प्रमुख उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री सैनी (लाडवा विधानसभा सीट), विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा (गढ़ी सांपला-किलोई), INLD के अभय चौटाला (ऐलनाबाद), JJP के दुष्यंत चौटाला (उचाना कलां), BJP के अनिल विज (अंबाला कैंट), कैप्टन अभिमन्यु (नारनौंद), ओपी धनखड़ (बादली), आम आदमी पार्टी के अनुराग ढांडा (कलायत) और कांग्रेस की विनेश फोगाट जुलाना विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं.
तोशाम सीट से पूर्व सांसद और बीजेपी की नेता श्रुति चौधरी और अनिरुद्ध चौधरी चुनाव लड़ रहे हैं. दोनों चचेरे भाई-बहन हैं. हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने दावा किया है कि उनकी पार्टी बीजेपी 8 अक्टूबर को पूर्ण बहुमत के साथ तीसरी बार सरकार बनाएगी. उधर, कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पूर्ण बहुमत मिलने का विश्वास जताया है. INLD-BSP गठबंधन ने भी दावा किया है कि नतीजे घोषित होने के बाद वह अगली सरकार बनाएगा, जबकि JJP नेता दुष्यंत चौटाला ने विश्वास जताया है कि उनके गठबंधन को जीत मिलेगी. आप के प्रमुख अरविंद केजरीवाल किंगमेकर होने का दावा कर रहे हैं.
हरियाणा में पिछले दो चुनावों में बीजेपी-कांग्रेस को मिली थीं इतनी सीटें
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में बीजेपी को 40 सीटों पर जीत मिली थी. उसका वोट शेयर 36.49 प्रतिशत था. उधर, कांग्रेस को 31 सीटों पर विजय मिली थी और उसका वोट शेयर 28.08 प्रतिशत था. जजपा को 10 सीटें हासिल हुई थी.
7 निर्दलीय उम्मीदवार जीत दर्ज करने में सफल हुए थे. इनेलो ने एक सीट और गोपाल कांडा की पार्टी हलोपा ने एक सीट हासिल की थी. विधानसभा चुनाव 2014 में बीजेपी को 47 सीट, इनेलो को 19 सीट और कांग्रेस को 15 सीटों पर जीत मिली थी. पांच निर्दलीयों की जीत मिली थी. हरियाणा जनहित कांग्रेस को 2 सीटें मिली थीं. बसपा ने एक सीट और शिरोमणि अकाली दल ने एक सीट पर जीत हासिल की थी.
इस बार के क्या कहते हैं एग्जिट पोल के नतीजे
जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल 6 अक्टूबर 2024 को जारी किए गए थे. इसमें एक तरफ जहां हरियाणा में बीजेपी सत्ता गंवा रही है तो कांग्रेस की बड़ी जीत का अनुमान है. उधर, जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन आगे दिख रहा है. सी-वोटर सर्वे के हिसाब से हरियाणा विधानसभा चुनाव में अनुमान है कि बीजेपी को महज 20-28 सीटें मिल सकती हैं.
वहीं, कांग्रेस पार्टी की सत्ता में वापसी होती नजर आ रही है, जहां पार्टी को 50-58 सीटें मिल रही हैं. इसके अलावा जेजेपी को 0-2 सीट मिल रही है और अन्य के खाते में 10-14 सीटें जाती नजर आ रही हैं. सी-वोटर सर्वे के हिसाब से जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को 40-48 सीटें, बीजेपी को 27-32 सीटें, पीडीपी को 6-12 सीटें और अन्य को 6-11 सीटें मिल सकती हैं.