20 Years Of Dhoom/YRF
20 Years Of Dhoom/YRF यशराज के बैनर तले बनी 'धूम' (Dhoom) आज ही के दिन 20 साल पहले रिलीज हुई थी. ये मल्टीस्टारर फिल्म थी, जिसमें अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan), उदय चोपड़ा (Uday Chopra), जॉन अब्राहम, रिमी सेन, ऐशा देओल और मनोज जोशी जैसे सितारे नजर आए थे. 'धूम' का निर्देशन किया था Sanjay Gadhvi ने. यह 'धूम' फ्रेंचाइजी की पहली इंस्टॉलमेंट थी. अब तक इसकी 4 फिल्में रिलीज हो चुकी हैं.
आइए जानते हैं 'धूम' की मेकिंग से जुड़े किस्से
फिल्म में इस्तेमाल की गई बाइक सुजुकी हायाबुसा (1300cc), सुजुकी GSX-R600 (600cc) और सुजुकी बैंडिट (1200cc) हैं.
'काला पत्थर' देखकर आया था फिल्म का आइडिया
फिल्म का कॉन्सेप्ट आदित्य चोपड़ा के दिमाग में तब आया जब वह अपने पिता की एक्शन थ्रिलर फिल्म 'काला पत्थर' (1979) देख रहे थे. फिल्म का टाइटल भी धूम मचे धूम" से आया था, जिसे थोड़ा बदलकर "धूम" कर दिया गया. उस फिल्म में अमिताभ बच्चन थे, जबकि इस फिल्म में उनके बेटे अभिषेक बच्चन को कास्ट किया गया.
शूटिंग के बाद हटाए गए सेक्स सीन
संजय गढ़वी ने अभिषेक बच्चन और रिमी सेन के बीच सेक्स सीन की शूटिंग की थी. हालांकि गढ़वी को ये भी लग रहा था कि अभिषेक और रिमी के बीच इतना बोल्ड सीन भारतीय दर्शकों को पसंद न आए. इसलिए उन्होंने फिल्म से इन सीन्स को काटने का फैसला किया.
तो संजय दत्त बनते विलेन...
यश चोपड़ा ने जॉन अब्राहम के रोल के लिए पहले संजय दत्त को साइन किया था, लेकिन डेट्स न होने के कारण संजय दत्त ने फिल्म छोड़ दी. तब आदित्य चोपड़ा ने विलेन के रोल के लिए यंग फेस को लेने का फैसला किया. इस तरह ये फिल्म जॉन अब्राहम को मिली.
कई फ्लॉप फिल्मों के बाद धूम अभिषेक बच्चन की पहली हिट फिल्म थी. अमिताभ बच्चन ने भी जंजीर की रिलीज से पहले कई फ्लॉप फिल्में दी थीं.
साल की तीसरी सबसे ज्यादा कलेक्शन करने वाली फिल्म
इमोशनल सीन के बिना 'धूम' वाईआरएफ की पहली और एकमात्र फिल्म है. यह फिल्म भारत में 290 मिलियन से ज्यादा की कमाई करने में सफल रही थी. धूम 2004 की तीसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म थी.
चोर पुलिस की कहानी थी धूम
फिल्म की कहानी कबीर (जॉन अब्राहम) के लीड में मोटरसाइकिल पर लुटेरों के एक गैंग के इर्द-गिर्द घूमती है, जो मुंबई में डकैती को अंजाम देते हैं, एक पुलिसकर्मी जय दीक्षित (अभिषेक बच्चन) और एक मोटरसाइकिल डीलर अली अकबर फतेह खान (उदय चोपड़ा) को कबीर और उसके गिरोह को रोकने का काम सौंपा जाता है.