
गीतकार-पटकथा लेखक और कवि, जावेद अख्तर आज 78 साल के हो गए हैं. अपने साथी सलीम खान के साथ 'शोले', 'दीवार' और 'जंजीर' जैसी क्लासिक फिल्में लिखने के अलावा, अख्तर ने 'बॉर्डर', 'लगान' और अन्य फिल्मों के लिए गीत भी लिखे हैं.
आज जावेद अख्तर का नाम देश दुनिया में मशहूर है. लेकिन एक समय था जब जावेद अख्तर ने मुंबई में संघर्ष भरे दिन काटे. ग्वालियर में साल 1945 में जन्मे जावेद के पिता निसार अख्तर मशहूर शायर और मां साफिया उर्दू लेखिका और प्रोफेसर थीं. उनके दादा मुज़्तर खैराबादी भी एक प्रसिद्ध कवि थे.
असली नाम है जादू
एक तरह से जावेद अख्तर साहित्यिक घराने में जन्मे और उनका असली नाम जादू है. यह नाम उनके पिता द्वारा लिखी गई एक कविता "लम्हा लम्हा किसी जादू का फसाना होगा" की एक पंक्ति से लिया गया. हालांकि, अब उन्हें जावेद के नाम से जाना जाता है क्योंकि यह जादु शब्द के सबसे निकट है.
साल 1964 में जावेद अख्तर सपनों की नगरी मुंबई पहुंचे. यहां उन्होंने काफी समय संघर्ष करते हुए बिताया. बताया जाता है कि शुरुआत में उनके पास न तो घर था और न ही खाने-पीने का कोई इंतजाम. बहुत सी रातें तो उनकी पेड़ों के नीचे सोकर बीतीं. और एक बार तो वह कई दिनों तक भूखे भी रहे. आखिरकार, उन्हें जोगेश्वरी के कमल अमरोही स्टूडियो में शरण मिली.
सलीम के साथ हिट हुई जोड़ी
अख्तर ने सलमान खान के पिता सलीम खान के साथ लंबे अरसे तक काम किया. एक समय था जब सलीम-जावेद की जोड़ी मशहूर थी. सलीम-जावेद ने 1971-1987 तक 24 फिल्मों के लिए काम किया, जिनमें से 20 कमर्शियल रूप से सफल फिल्में थीं. उनका साथ 1982 तक चला. हालांकि, कुछ कारणवश बाद में दोनों अलग हो गए.
जिसके बाद जावेद ने 1981 से वर्तमान समय तक 80 से ज्यादा फिल्मों के लिए गीत और 20 फिल्मों के लिए स्क्रिप्ट लिखी. सलीम जावेद ने साथ में क्लासिक फिलम शोले, यादों की बारात, जंजीर, दीवार त्रिशूल, काला पत्थर, सीता और गीता, शोले और मिस्टर इंडिया आदि के लिए लेखन किया.
शबाना आज़मी हैं दूसरी पत्नी
जावेद अख्तर की पहली पत्नी हनी ईरानी थीं, जिनसे उनके दो बच्चे हैं- अभिनेता-निर्माता और निर्देशक फरहान अख्तर और निर्माता-निर्देशक जोया अख्तर. जावेद अपनी पहली पत्नी हनी ईरानी से 'सीता और गीता' के सेट पर मिले थे. हालांकि, बाद में दोनों के बीच मन-मुटाव के कारण अलग हो गए.
जावेद अख्तर शबाना के पिता, उर्दू शायर कैफ़ी आज़मी को असिस्ट करते थे. इस दौरान शबाना और जावेद ने एक दूसरे को जाना और बाद में शादी कर ली.
मिले हैं कई अवॉर्ड्स
जावेद अख्तर ने अपने काम के लिए पांच राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और आठ बार सर्वश्रेष्ठ गीतकार का फिल्मफेयर पुरस्कार जीता है. साल 1999 में उन्हें पद्म श्री और 2007 में पद्म भूषण से नवाजा गया. साल 2013 में, उन्हें उनके कविता संग्रह 'लावा' के लिए उर्दू में साहित्य अकादमी पुरस्कार, भारत का दूसरा सबसे बड़ा साहित्यिक सम्मान मिला.