
सोशल मीडिया पर हम हर दिन न जाने कितना कंटेंट देखते हैं. ये कंटेंट बनाने वाले भी हमारे बीच से ही होते हैं. लेकिन कई ऐसे कंटेंट क्रिएटर्स भी हैं जो विदेशी होते हुए भी हिंदी में कंटेंट बनाकर हमारा एंटरटेनमेंट कर रहे हैं. 28 साल की जापानी यूट्यूबर मेयो को हिंदी भाषा के प्रति प्रेम उनके पिता से मिला था. हालांकि, वह खुद भारत नहीं आईं लेकिन उनके पिता माउंटेनियरिंग करते हुए अक्सर भारत से कई कहानियां लेकर वापस आते थे. आज मेयो जापान नाम के इंस्टाग्राम हैंडल पर 3 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. ठीक ऐसे ही चार्ली और अगु स्टेनली भी हैं.
मेयो दिल्ली में रही एक साल
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, मेयो ओसाका यूनिवर्सिटी में लैंग्वेज में ग्रेजुएशन कर रही हैं. मेयो कहती हैं, "यह मेरे पिता ही थे जिन्होंने मुझे हिंदी का अध्ययन करने के लिए राजी किया." भाषा पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए उन्होंने दिल्ली में एक साल भी बिताया और जापान लौटने के बाद हिंदी में कंटेंट बनाना शुरू किया. यूट्यूब पर 3 मिलियन सब्सक्राइबर्स के साथ, उनके वीडियो में भारतीय जीवन के कई पहलू नजर आते हैं. इन वीडियोज में लाजपत नगर बाजार की खरीदारी यात्रा से लेकर पाव भाजी बनाने के तरीके पर एक गाइड तक शामिल हैं. मेयो आज उन कई विदेशी रचनाकारों में से एक है जिन्होंने भारतीय भाषाओं में कंटेंट पोस्ट करना शुरू कर दिया है.
लोग क्यों बना रहे हैं हिंदी में कंटेंट
इंडस्ट्री बॉडी IAMAI और मार्केट डेटा एनालिटिक्स फर्म कांतार के आंकड़ों के अनुसार, 75.9 करोड़ नागरिक या भारत की 50% से अधिक आबादी एक्टिव इंटरनेट यूजर हैं. इसके पास सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का दुनिया का सबसे बड़ा यूजर बेस भी है. दूसरे शब्दों में, यह उन कंटेंट क्रिएटर्स के लिए सोने की खान है जो चाहते हैं कि उनकी पॉपुलैरिटी बढ़े.
दक्षिण कोरियाई आर्टिस्ट चार्ली भी हैं पॉपुलर
ऑनलाइन '40कहानी' के नाम से जाने जाने वाले दक्षिण कोरियाई आर्टिस्ट चार्ली भी इन्हीं विदेशी कंटेंट क्रिएटर्स में से हैं. वे कहते हैं, "भारत में एक बड़ा दर्शक वर्ग है. वे जानते हैं कि अगर यहां धमाका होता है, तो इसका बड़ा असर होता है." अपने हिंदी और भोजपुरी बोलने के कौशल के लिए वायरल, चार्ली के अलग-अलग प्लेटफार्मों पर लगभग 1.4 लाख फॉलोअर्स हैं. 'दो बिहारी सब पे भारी' नामक एक वायरल वीडियो में, चार्ली ने अमेरिकी निर्माता ड्रू हिक्स के साथ कॉलाबोरेशन किया. ये दोनों ही क्रिएटर्स उसमें भोजपुरी बोलते दिख रहे हैं.
हालांकि, चार्ली ने भारत में कई साल बिताए हैं. वह एक साल की उम्र में अपने पिता के साथ भारत आए थे, जो पटना में अपनी पीएचडी के लिए शोध कर रहे थे. जबकि इससे पहले वे अमेरिका चले गए थे लेकिन अब वापस दक्षिण कोरिया लौट आए हैं. चार्ली अभी भी कोरियाई के साथ-साथ हिंदी को अपनी मातृभाषा मानते हैं.
मलयालम में कंटेंट बनाती हैं अपर्णा
अमेरिकी अपर्णा मलबेरी के लिए, मलयालम न केवल वह भाषा है जिसमें वह इंस्टाग्राम रील बनाती है, बल्कि वह वह भाषा है जिसके साथ वह आध्यात्मिक निकटता महसूस करती हैं. वे केरल में अपने माता-पिता के साथ अमृतपुरी आश्रम में 12 साल तक रही हैं. यहीं से उन्हें अपना नाम भी मिला. 15 साल की उम्र में वह अपनी हायर स्टडीज के लिए अमेरिका चली गईं. हालांकि, भारत और मलयालम के प्रति प्रेम और मजबूत होता गया. कोविड महामारी के दौरान, उन्होंने भाषा का अभ्यास करने के लिए एक मिनट लंबे वीडियो बनाना शुरू किया. जैसे-जैसे पेज बढ़ने लगा, उन्होंने मलयालम-से-अंग्रेजी कोर्स पढ़ाना भी शुरू कर दिया, जो बेहद लोकप्रिय हो गया. इतना ही नहीं बल्कि उन्हें रियलिटी टीवी शो बिग बॉस के मलयालम वर्जन में भी आमंत्रित किया गया था.
नाइजीरिया के अगु स्टेनली
हालांकि, विदेशी कंटेंट क्रिएटर्स को हिंदी में कंटेंट बनाना इतना आसान नहीं है. एमिटी यूनिवर्सिटी में फार्मेसी के छात्र, नाइजीरिया के अगु स्टेनली इंटरनेट के नए पसंदीदा कॉमेडियन हैं, जिनके इंस्टाग्राम पर 3 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं. वे अपनी कॉमेडी के माध्यम से अक्सर उन लोगों को संबोधित करते हैं जो उनकी स्किन के रंग और दूसरे नस्लीय पूर्वाग्रहों के लिए उन्हें ट्रोल करते हैं. टीओआई से स्टैनली कहते हैं, स्थानीय लोगों से जुड़ने के लिए हिंदी सीखना एक जानबूझकर लिया गया निर्णय था. 'जब मैं यहां आया तो मेरे आसपास कुछ नाइजीरियाई लोग थे, लेकिन 3-4 साल तक यहां पढ़ने के बावजूद उन्होंने हिंदी नहीं सीखी थी.'' अपने सबसे लोकप्रिय वीडियो में, वह मैगी, चॉकलेट और बिस्किट जैसे शब्दों का उच्चारण "यूपी एक्सेंट" में करते हैं. ये काफी पॉपुलर वीडियो थी.
यूट्यूबर एंड्रयू हिक्स हैं खूब पॉपुलर
लोकप्रिय यूट्यूबर एंड्रयू हिक्स भी इन्हीं में से एक हैं. हाल ही में एंड्रयू का वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो में एंड्रयू को हिंदी और भोजपुरी बोलते हुए देखा जा सकता है, जिसने कई लोगों का ध्यान खींचा है. अपने एक वीडियो में एंड्रयू कहते नजर आ रहे हैं, "जब तक समोसे में आलू, तब तक बिहार में लालू."
इतना ही नहीं बल्कि एंड्रयू गर्व से घोषणा करते हुए भी नजर आ रहे हैं, जिसमें वे कहते हैं, "मेरे पास अमेरिकी पासपोर्ट हो सकता है, लेकिन मेरा दिल बिहार के लिए धड़कता है."