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Met Gala 2025 Carpet: यह फूल बना फैशन की सबसे बड़ी रात का स्टार... भारत में बना है मेट गाला का कार्पेट

सबसे दिलचस्प बात यह है कि Met Gala Carpet को भारत में बनाया गया. इस कार्पेट का बेस केरल स्थित एक ब्रांड Neytt Homes ने तैयार किया.

The 2025 Met Gala red carpet was manufactured in India (Source: Instagram,/@dietsabya) The 2025 Met Gala red carpet was manufactured in India (Source: Instagram,/@dietsabya)

2025 के मेट गाला इवेंट में एक फूल शो का स्टार बन गया है. मेट्रोपॉलिटन म्यूज़ियम ऑफ़ आर्ट में इस साल सितारे रेड कार्पेट नहीं, बल्कि में एक गहरे नीले रंग के कार्पेट पर उतरे, जो सफेद और पीले डैफ़ोडिल्स (Narcissus) से सजा हुआ था. और सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस कार्पेट को भारत में बनाया गया. इस कार्पेट का बेस केरल स्थित एक ब्रांड Neytt Homes ने तैयार किया. 

90 दिनों में बनकर तैयार हुआ कार्पेट 
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, Neytt Homes के फाउंडर शिवन संतोष और निमिषा श्रीनिवास ने बताया कि यह बेस कार्पेट केरल के अलाप्पुझा (अलेप्पी) में तैयार किया गया और इसे बाद में न्यूयॉर्क के कलाकारों ने हाथ से पेंट किया. यह कालीन मेडागास्कर से लाए गए हाई-क्वालिटी प्राकृतिक सिसल फाइबर से बनाया गया है और इसे बूक्ले वीव (boucle weave) में बुना गया. 

इस कार्पेट को मेट गाला के मानकों के अनुसार तैयार करने के लिए लगभग 480 लोगों ने करीब 90 दिनों तक काम किया. यह कालीन 63000 स्क्वायर फीट का है.  हालांकि, यह ब्रांड का पहला अनुभव नहीं था. Neytt Homes की मूल कंपनी Extraweave तीन साल (साल 2022, 2023 और 2025) से मेट गाला के लिए रेड कार्पेट बना रही है. 

ग्रीक माइथोलॉजी से फूलों का कनेक्शन 
कार्पेट पर पेंट किए गए सफेद फूल डैफ़ोडिल के थे. इस कार्पेट को आर्टिस्ट साइ गैविन ने डिजाइन किया. उन्होंने अपने न्यू यॉर्क स्थित स्टूडियो के पास उगने वाले इन फूलों से प्रेरणा ली. गैविन ने ग्रीक पौराणिक कथा से जुड़ी कहानी को इसमें पिरोया. यह पौराणिक कहानी कुछ ऐसे है कि Narcissus एक बेहद सुंदर लेकिन घमंडी युवक था. वह किसी से प्यार नहीं करता था. एक दिन उसने पानी में अपना प्रतिबिंब देखा और वहीं फंस गया. कुछ किस्से कहते हैं कि वह वहीं खुद को देखते-देखते मर गया, और उसी जगह पर यह फूल उगा. इसीलिए इस फूल का नाम Narcissus पड़ा.  

हालांकि, अब 2025 में इस फूल का मतलब बदल चुका है. अब यह सिर्फ घमंड नहीं, बल्कि आत्म-ज्ञान, और बदलाव का प्रतीक बन चुका है. इसलिए जब मेट गाला ने इस प्रतीक को अपनाया, तो यह पूरी तरह से सही लगा. क्योंकि यही वह रात है जब फैशन पीक पर होता है. इस साल का थीम था- “Superfine: Tailoring Black Style”- जो पिछले 300 सालों में ब्लैक फैशन, पहचान और ब्लैक डैंडिज्म की विरासत का उत्सव था. इस प्रदर्शनी को विशेष रूप से फैशन आइकन आंद्रे लिओन टेली को समर्पित किया गया.