Writing With Fire
Writing With Fire Oscar 2022: ऑस्कर 2022 की दौड़ में भारत की एक डॉक्यूमेंट्री भी पहुंच गई है. 2022 के नॉमिनेशन्स की लिस्ट सामने आ गई है और इसमें भारत की 'राइटिंग विथ फायर' को जगह मिली है. इसे बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फीचर की कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया है. ऑस्कर की दौड़ में इस डॉक्यूमेंट्री के पहुंचने से इसके कास्ट और क्रू मेंबर काफी खुश और उत्साहित हैं.
ये है 'राइटिंग विथ फायर' की कहानी
भारत की डॉक्यूमेंट्री 'राइटिंग विद फायर' बेबाक पत्रकारिता पर आधारित है. सुष्मित घोष और रिंटू थॉमस ने इस डॉक्यूमेंट्री का निर्देशन किया है. इस डॉक्यूमेंट्री में यह दिखाया गया है कि किस तरह दलित महिलाएं अखबार खबर लहरिया निकाला करती थीं. इसकी शुरुआत कैसे हुई. इसके साथ ही दलित महिलाओं को इस अखबार को डिजिटल मीडियम में लाने के लिए किन-किन मुश्किलों का सामना करना पड़ा. राइटिंग विद फायर डॉक्यूमेंट्री को 20 से भी ज्यादा अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड मिल चुके हैं. लोगों को पूरी उम्मीद है कि ये डॉक्यूमेंट्री ऑस्कर अवॉर्ड भी जीतेगी.
True story - your Documentary Feature nominees are... #Oscar pic.twitter.com/wCvJ0Ao6Jr
— The Academy (@TheAcademy) February 8, 2022
सुष्मित घोष और रिंटू थॉमस की पहली फिल्म
'राइटिंग विथ फायर' के साथ जो फिल्में नॉमिनेट हुई हैं उसमें एटिका, एसिनेशन, और फ्ली एंड समर ऑफ द सोल जैसी फिल्में हैं. 'राइटिंग विथ फायर' सुष्मित घोष और रिंटू थॉमस के करियर की पहली फिल्म है. महिला पत्रकार की चुनौतियों पर आधारित इस डॉक्यूमेंट्री से भारत को बहुत उम्मीदें हैं. लोग आस लगाए बैठे हैं कि यह डॉक्यूमेंट्री ऑस्कर जरूर लाएगी.
ऑस्कर जीतने की उम्मीद
इस फिल्म के को-डायरेक्टर सुष्मित घोष ने इंडियन एक्सप्रेस को एक इंटरव्यू दिया है. इंटरव्यू में उन्होंने डॉक्यूमेंट्री के बारे में यह बताया कि एक फिल्ममेकर होने के नाते हमेशा रियलिटी और उम्मीद पर आधारित फिल्मों पर काम किया है. 'राइटिंग विथ फायर' की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. इस फिल्म को जिस तरह से दुनिया भर में तारीफ मिल रही है, इससे काफी खुशी है. ऑस्कर के लिए नॉमिनेट होना बड़ी बात है. इसे ऑस्कर अवॉर्ड मिलता है तो काफी खुशी होगी.