
Rajesh Kumar
Rajesh Kumar Sarabhai vs Sarabhai के रोसेश साराभाई यानी राजेश कुमार को कौन नहीं जानता है. साराभाई वर्सेज साराभाई के अलावा, यम किसी से कम नहीं, नीली छतरी वाले और ये मेरी फैमिली में भी अपनी यादगार भूमिकाओं के लिए जाने जाते हैं. हाल फिलहाल में वह शाहिद कपूर स्टारर फिल्म, तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया में नजर आए. लेकिन क्या आपको पता है कि राजेश कुमार सिर्फ एक्टर नहीं है बल्कि एक किसान भी हैं. उनके इंस्टाग्राम बायो में उन्होंने गर्व से लिखा है, 'Actor by profession, farmer by choice.'
साल 2017 में उन्होंने एक्टिंग से ब्रेक लेकर खेती-बाड़ी शुरू की. हालांकि, उनका यह फैसला उनके लिए बहुत ज्यादा चैलेंजिंग रहा क्योंकि इस सफर में उन्होंने बहुत नुकसान उठाया. उन्होंने नुकसान के बाद एक बार फिर जीरो से शुरू किया. लेकिन खेती में नुकसान के कारण कर्ज होने के बाद उन्होंने एक बार फिर एक्टिंग में वापसी की.
कैसे हुई एक्टिंग में शुरुआत
राजेश कुमार मूल रूप से बिहार के गया से हैं. सिद्धार्थ कन्नन के साथ एक पोडकास्ट में राजेश ने बताया कि उन्होंने देहरादून में अपनी पढ़ाई की. ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद वह साल 1998 में वह मुंबई आए. उन्होंने कहा, "मैं अपनी बहन के पास गया था क्योंकि वह प्रेग्नेंट थी." यहीं पर रहते हुए उन्हें अपनी एक दोस्त की तरफ टीवी पर एक सीन करने का मौका मिला. इसे बाद, राजेश ने एक्टिंग में हाथ आजमाया. साराभाई वर्सज साराभाई से पहले राजेश ने दूरदर्शन के लिए काम किया. उन्होंने 'एक महल' में भी काम किया और इसके बाद साराभाई वर्सेज साराभाई, बा, बहू और बेबी में काम किया.

करियर की पीक पर लिया ब्रेक
राजेश ने बताया कि साल 2017 में उन्होंने करियर से ब्रेक लिया क्योंकि उन्हें लगा कि टीवी में उनके लिए ज्यादा काम नहीं है. इसके अलावा, उन्हें Rally for River ने उन्हें बहुत प्रभावित किया. उन्होंने सोचा कि वह अपने परिवार, समाज के लिए क्या कर रहे हैं? तब उन्होंने खेती करने का फैसला लिया. उन्होंने मुंबई के पालघर में 20 एकड़ लीज पर लिया और पेड़ लगाए. लेकिन जैसे ही उन्होंने पेड़ लगाए तो वहां बाढ़ आ गई. बाढ़ से जैसे ही उभरे तो कोरोना काल आ गया. इसके बाद एक बार उनके खेत में आग लग गई. इसमें उन्हें नुकसान हुआ.
इसके बाद उन्होंने सिर्फ पांच एकड़ जमीन पर घर-परिवार के लिए खेती करना शुरू किया. यहां से उन्हें विचार आया कि फैमिली डॉक्टर, फैमिली लॉयर की तरह 'Family Farmer' होना चाहिए. इस स्टार्टअप आइडिया के लिए उन्होंने अपने कई दोस्तों को फोन किया. उन्होंने कहा, “उनमें से कुछ ने इसकी मेंबरशिप ली, बाकी ने इसे नजरअंदाज किया. ऐसे लोगों की बहुत लंबी लिस्ट है जिन्होंने पहले तो कहा 'वाह, क्या अनोखा विचार है' और फिर मुझे नजरअंदाज कर दिया. ये वे लोग थे जिनके साथ मैंने स्क्रीन स्पेस शेयर किया था।''
बेटे के स्कूल के बाहर बेचीं सब्जियां
राजेश ने बताया कि जब किसी ने उनका साथ नहीं दिया तो उन्होंने अपने बेटे के स्कूल के बाहर सब्जियां बेचना शुरू किया. हालांकि, इससे लोगों को लगा कि 'वह पागल हो गए हैं.' वह सब्जियां क्यों बेच रहे हैं? उन्होंने कहा, “मेरे बेटे के स्कूल के बाहर सब्जी बेचने का मेरा उद्देश्य यह दिखाना था कि मैं कोई छोटा-मोटा काम नहीं कर रहा हूं. मेरा उद्देश्य बच्चों को यह स्वीकार कराना था कि यह एक महान कार्य है.'
राजेश ने ऐसा पांच साल तक किया लेकिन उन पर करीब 2 करोड़ रुपये का कर्ज हो गया. उन्होंने कहा, ''मेरा गणित मजबूत नहीं था. मुझे एहसास ही नहीं हुआ कि मुझे 22 से 25 रुपये प्रति किलोग्राम का नुकसान हो रहा है. बर्बादी भी खूब हुई. उनके लिए यह बहुत मुश्किल समय था. उन्होंने शार्क टैंक के लिए भी अप्लाई किया. लेकिन उन्हें एंट्री नहीं मिली.
एक्टिंग में वापसी
इस सबके दौरान उन्हें 'कोटा फैक्ट्री' में एक रोल के लिए फोन आया. उन्होंने हां कर दी क्योंकि शूट भोपाल में था और राजेश को विदिशा एक किसान से मिलने जाना था. कोटा फैक्ट्री के बाद उन्हें फिल्म का ऑफर मिल गया. उन्होंने कुछ सोचा नहीं था पर उनकी एक्टिंग में वापसी हो गई. हाल ही में, उनकी फिल्म 'बिन्नी एंड फैमिली' रिलीज हुई है. इस बीच में उन्होंने हड्डी, तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया, राउतु का राज आदि फिल्मों में काम किया. इसी दौरान उन्हें 'ये मेरी फैमिली' शो ऑफर हुआ. उन्हें सोनी लिव के शो 'फ्रीडम एट मिडनाइट' में लियाकत अली खां का कैरेक्टर निभाने का मौका मिला.
हालांकि, राजेश को इस बात का दुख है कि उनका स्टार्टअप आइडिया फेल हो गया क्योंकि वह बिजनेस नहीं समझ पाए. आगे उनकी कोशिश यही है को वह इस पर फिर से काम करें. उन्होंने दूरदर्शन के लिए देश का पहले 'Farming Reality Show' होस्ट किया है.