
हर साल कान्स फिल्म फेस्टिवल में आपको फैशन की चकाचौंध देखने को मिलती है. बहुत बार तो कुछ ऐसा दिखता है जो लोगों के होश उड़ा देता है. साल 2025 में भी कान्स में पहुंचने वाली हस्तियों और उनके लुक, ड्रेस और ज्वेलरी की लगातार चर्चा हो रही है. फिलहाल, भारत की उभरती अदाकारा और मॉडल रुचि गुज्जर चर्चा में हैं. रुचि गुज्जर ने जब रेड कारपेट पर कदम रखा, तो उनका अंदाज़ सिर्फ खूबसूरती ही नहीं, बल्कि एक बड़ी स्टेटमेंट भी था.
गोल्डन ब्राइडल लहंगे में सजी रुचि ने भारतीय कारीगरी को गर्व से दुनिया के सामने रखा. लेकिन ध्यान उनकी कढ़ाई या शीशे के काम से ज्यादा उनके हार पर गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरें फ्रेम करके लगाई थी. यह खास लुक उन्होंने Chopard “Caroline’s Universe” डिनर में पहना था.
पीएम को दिया सम्मान
उन्होंने मीडिया को बताया, "यह हार सिर्फ गहना नहीं है, यह एक प्रतीक है- शक्ति का, दूरदृष्टि का, और भारत के ग्लोबल राइज़ का. मैंने इसे पहनकर अपने प्रधानमंत्री को सम्मान दिया है, जिनके नेतृत्व ने भारत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है." राजस्थानी पारंपरिक डिज़ाइन में गढ़ा गया यह हार, विरासत और आधुनिकता का संगम था. सोशल मीडिया पर यह तस्वीरें देखते ही देखते वायरल हो गईं.
राजस्थानी शाही लुक
उनके गोल्डन लहंगे को डिज़ाइनर रूपा शर्मा ने तैयार किया था. यह लहंगा गोटा पट्टी, शीशा कढ़ाई और महीन हस्तशिल्प से सजा हुआ था. इससे राजस्थानी शाही कला की खूबसूरत झलक मिल रही थी. इसके साथ उन्होंने बांधनी का हाथ से बना दुपट्टा पहना, जिसे ज़ारीबारी के डिज़ाइनर राम ने तैयार किया और ज़रदोज़ी कढ़ाई से सजाया. रुचि का कहना है कि उन्हें यह दुपट्टा पहनना ऐसा लगा जैसे राजस्थान की आत्मा को ओढ़ लिया हो.
कौन हैं रुचि गुज्जर?
ग्लैमर से परे, रुचि गुज्जर एक मजबूत सोच वाली कलाकार हैं जो भारतीय एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बना रही हैं. जयपुर के महारानी कॉलेज से ग्रेजुएट रुचि ने अपने सिनेमा के सपनों को साकार करने के लिए मुम्बई का रुख किया. वह मिस हरियाणा 2023 रह चुकी हैं. रुचि म्यूज़िक वीडियोज़ जैसे "जब तू मेरी ना रही" और "हेली में चोर" से पॉपुलर हुईं हैं.
लेकिन उनका सफर आसान नहीं था. राजस्थान के गुर्जर परिवार से ताल्लुक रखने वाली रुचि को शोबिज़ में करियर बनाने के लिए कई परेशानियों से जूझना पड़ा. उन्होंने BollywoodMDB को दिए इंटरव्यू में कहा, "हमारे समाज में लड़कियों का बाहर काम करना स्वीकार नहीं किया जाता. मैंने बहुत मुश्किलों के बाद लोगों की सोच बदली है. मैं चाहती हूं कि मेरी कहानी हमारे समाज की दूसरी लड़कियों को प्रेरित करे." उनके संघर्ष में उनके परिवार, खासकर उनके पिता का बड़ा योगदान रहा.
उन्होंने कहा, "जब मैंने मम्मी को कहा कि मुझे मुंबई जाकर फिल्मों में काम करना है, तो वो बहुत डर गई थीं. लेकिन आज उन्हें मुझ पर गर्व है. पापा तो शुरू से ही मेरे साथ थे, और अब पूरा परिवार मेरा साथ दे रहा है."
सिर्फ फैशन नहीं, एक संदेश
रुचि गुज्जर का ‘मोदी हार’ सिर्फ एक फैशन स्टेटमेंट नहीं था. यह एक भावनात्मक संदेश था. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की वैश्विक छवि को नए सिरे से गढ़ा है. मैं उस गौरव को अपने साथ ले जाना चाहती थी. यह हार उनके नेतृत्व के लिए मेरी ओर से श्रद्धांजलि है." उनका कहना है कि कान्स में राजस्थान और भारत का प्रतिनिधित्व करना उनके लिए सिर्फ एक पल नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को बताने का अवसर था कि हम कौन हैं, और कहां तक पहुंच सकते हैं.