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Agenda Aaj Tak 2025: 'हीरोइज़्म जेंडर बेस्ड नहीं है' फिल्म इंडस्ट्री और नेपोटिज्म पर नुसरत भरूचा की बेबाक राय

एक ख़ास बातचीत में, बॉलीवुड की एक जानी-मानी अभिनेत्री ने इंडस्ट्री में एक बाहरी व्यक्ति के रूप में अपनी यात्रा और संघर्षों पर बात की. उन्होंने बताया कि कैसे कॉमेडी फिल्मों के बाद उन्हें टाइपकास्ट कर दिया गया था और एक गंभीर फिल्म के माध्यम से उन्होंने इस धारणा को तोड़ा. अभिनेत्री ने अपनी सफल हॉरर फ्रैंचाइज़ी को अपने करियर का सबसे संतोषजनक हिस्सा बताया और कहा, 'वो एक फ्रैन्चाइज़ बनाना तो इम्पॉसिबल है, मैंने बना ली'. उन्होंने यह भी बताया कि कैसे बिना किसी फिल्मी बैकग्राउंड के ऑडिशन के जरिए उन्हें अपनी पहली फिल्म मिली. इसके अलावा, उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में पुरुष-प्रधानता, प्रोपेगेंडा फिल्मों की प्रकृति और अपने आगामी प्रोजेक्ट्स पर भी अपने विचार साझा किए.