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Bande Mei Hai Dum: अमेठी में स्मृति ईरानी की जीत-हार और पिता की नाराजगी, कैसे जुड़ीं भाजपा के साथ

स्मृति ईरानी का जीवन संघर्षों और सफलताओं का एक यादगार संग्रहालय है. छोटे पर्दे पर 'तुलसी वीरानी' बनकर घर-घर पहचान बनाने वाली स्मृति ने साल 2003 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) जॉइन की. साल 2004 में उन्हें महाराष्ट्र की यूथ विंग का उपाध्यक्ष बनाया गया और उसी साल उन्होंने दिल्ली के चांदनी चौक से लोकसभा चुनाव लड़ा, हालांकि वे हार गईं. साल 2010 में स्मृति को बीजेपी महिला मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया और 2011 में उन्हें गुजरात से राज्यसभा भेजा गया.