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दिवाली से पहले भारत के लिए बड़ी गुड न्यूज़! कोरोना के देसी टीके Covaxin को ऑस्ट्रेलिया ने दी मंजूरी

दिवाली से पहले भारत के लिए एक बड़ी गुड न्यूज़ आई है. कोरोना के देसी टीके कोवैक्सीन को ऑस्ट्रेलिया ने मंजूरी दे दी है. इसका फायदा ये होगा कि जिन लोगों ने कोवैक्सीन की खुराक ली है, वो बिना रोकटोक ऑस्ट्रेलिया जा सकेंगे.

कोवैक्सीन को मिली ऑस्ट्रेलिया में मान्यता कोवैक्सीन को मिली ऑस्ट्रेलिया में मान्यता
हाइलाइट्स
  • ऑस्ट्रेलिया ने ट्रैवल बैन पर 18 महीने बाद दी राहत

  • चीन की वैक्सीन को भी मिली ऑस्ट्रेलिया में मान्यता

भारत बायोटेक द्वारा बनाई गई कोरोना वैक्सीन कोवैक्सिन को दुनिया भर में पहचान मिल रही है. अमेरिका के बाद अब अस्ट्रेलिया में ने ट्रैवल बैन हटाकर कोवैक्सिन लगवाने वालों को ऑस्ट्रेलिया में प्रवेश करने की अनुमति दी है. ऑस्ट्रेलिया ने आज अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर प्रतिबंधों में ढील देते हुए भारत की कोवैक्सिन को भी मान्यता दी है. दुनिया की कुछ सबसे सख्त कोरोनावायरस सीमा नीतियों के 18 महीनों से अधिक समय के बाद, लाखों ऑस्ट्रेलियाई अब बिना परमिट के यात्रा करने के लिए स्वतंत्र हैं.

ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने यह फैसला कोवैक्सिन पर होने वाली विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO की बैठक के ठीक 2 दिन पहले लिया है. 3 नवंबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन की मीटिंग होने वाली है. कोवैक्सिन बनाने वाली भारत बायोटेक कंपनी को उम्मीद है कि इस बैठक में WHO उनकी वैक्सीन को इमरजेंसी अप्रूवल दे देगा.

भारत और चीन के टीके को मिली इजाजत
ऑस्ट्रेलियाई सरकार की एक मीडिया विज्ञप्ति के अनुसार " भारत द्वारा निर्मित कोवैक्सिन और चीन द्वारा निर्मित BBIBP-CorV टीकों को किसी व्यकित का वैक्सीनेशन स्टेटस जांचने के लिए मान्याता मिल गई है. यह मान्यता उन लोगों के लिए जो 12 वर्ष और उससे अधिक आयु के यात्रियों के लिए है जिन्हें कोवैक्सिन का टीका लगाया जा चुका है. इसके अलावा 18 से 60 वर्ष के वो लोग जिन्हें BBIBP-CorV का टीका लगाया जा चुका है.

ऑस्टेलिया ने हटाया ट्रैवल बैन
मीडिया विज्ञप्ति में ये भी कहा गया कि, "इस मान्यता का मतलब है कि चीन और भारत के साथ-साथ दूसरे देशों के वो लोग जिन्हें ये टीके लगाए जा चुके है. उन्हें अब पूरी तरह से वैक्सीनेटड माना जाएगा. जिसके चलते अब अंतरराष्ट्रीय छात्रों, कुशल और अकुशल वर्कर्स की ऑस्ट्रेलिया वापसी पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा." वहीं चिकित्सीय सामान के लिए ऑस्ट्रेलिया की रेगुलेटरी बॉडी थेरेप्यूटिक गुड्स एडमिनिस्ट्रेशन (TGA) का कहना है कि ये वैक्सीनें, कोरोना से होने वाले गंभीर खतरे से बचाता है. इसके अलावा ये कोरोना को संक्रमण को फैलने से रोकती भी है. इससे पहले TGA ने प्रस्ताव रखा था कि केवल भारत से कोविशील्ड और चीन से सिनोवैक को ये मान्यता दी जानी चाहिए.

बिना टीकाकरण वाले यात्रियों को नहीं है राहत
बिना टीकाकरण वाले यात्रियों को अभी भी क्वारंटाइन में रहना होगा, इसके अलावा सभी यात्रियों को बोर्डिंग से पहले एक नेगेटिव कोविड रिपोर्ट भी दिखानी होगी. ऑस्ट्रेलिया ने पहले केवल सीमित संख्या में नागरिकों और स्थायी निवासियों को विदेश से लौटने की अनुमति दी थी. साथ विदेश से लौचने वालों 14-दिन के लिए अपने खर्च पर एक होटल क्वारंटाइन में रहने के लिए कहा गया था.