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अच्छी पहल! मुंबई के इस प्राइवेट अस्पताल में लगाई जा रही है फ्री में वैक्सीन

आपको बता दें, अस्पताल केवल कोविशील्ड (Covishield) वैक्सीन प्रदान करेगा, जिसके लिए लोग पहली और दूसरी डोज के लिए आ सकते हैं. अभी तक निजी अस्पतालों ने झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोगों को ही मुफ्त में टीका लगाया है. इसके लिए उन्होंने सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) की फंडिंग की मदद ली है. लेकिन अब यह सभी लोगों को लगाई जाएगी.

Photo: PTI Photo: PTI
हाइलाइट्स
  • मरीन लाइन्स का बॉम्बे हॉस्पिटल शहर का पहला निजी अस्पताल है जहां अब सभी को फ्री में वैक्सीनेशन की सुविधा मिलेगी

  • एजेंसियों ने दिए हैं अस्पताल को 50 लाख रुपये

  • कई विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि प्राइवेट अस्पतालों को मुफ्त में टीकाकरण करना चाहिए

देश में घर-घर तक वैक्सीन पहुंचाने के लिए मिशन मोड़ में काम चल रहा है. अब इसी कड़ी में मुंबई का एक प्राइवेट अस्पताल फ्री में वैक्सीन लगाने वाला है. मरीन लाइन्स का बॉम्बे हॉस्पिटल शहर का पहला निजी अस्पताल है जहां अब सभी को फ्री में वैक्सीनेशन की सुविधा मिलेगी. इस फ्री वैक्सीन मिशन के लिए बॉम्बे अस्पताल ने वैक्सीन डोज की उपलब्धता के लिए एलआईसी एचएफएल (LIC HFL) और एनजीओ गोल्डन ऑवर फाउंडेशन नाम के एनजीओ (NGO) के साथ करार किया है. अभी अस्पताल के  पास लगभग 17,000 वैक्सीन डोज मौजूद हैं.

अस्पताल में लगेगा कोविशील्ड टीका 

टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट की अनुसार,अस्पताल केवल कोविशील्ड (Covishield) वैक्सीन प्रदान करेगा, जिसके लिए लोग पहली और दूसरी डोज के लिए आ सकते हैं. अभी तक निजी अस्पतालों ने झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोगों को ही मुफ्त में टीका लगाया है. इसके लिए उन्होंने सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) की फंडिंग की मदद ली है. लेकिन अब यह सभी लोगों को लगाई जाएगी. 

एजेंसियों ने दिए हैं अस्पताल को 50 लाख रुपये 

बॉम्बे अस्पताल के डॉ गौतम भंसाली कहते हैं, हम शायद देश के पहले होंगे जिन्होंने सभी क्षेत्रों के लोगों के लिए बिना किसी कीमत के टीकाकरण शुरू किया है. यह दो एजेंसियों की मदद से साथ किया जाएगा.”  

उन्होंने बताया कि अस्पताल केवल 150 रुपये का सेवा शुल्क वहन करेगा, जिसका मतलब है कि एजेंसियां ​​अस्पताल को वैक्सीन की लागत का भुगतान करेंगी. वह कहते हैं, "यह हमें वैक्सीन के लिए और अधिक लोगों को कवर करने में मदद करेगा. मालूम हो कि एजेंसियों ने अस्पताल को 50 लाख रुपये दिए हैं.

प्राइवेट अस्पतालों के पास हैं 45 लाख से अधिक वैक्सीन डोज 

गौरतलब है कि अक्टूबर के बाद से ही पेड वैक्सीन की मांग में भारी गिरावट आयी है. इसका कारण है कि केंद्र सरकार द्वारा वैक्सीन फ्री दी जा रही है. इसी के चलते मुंबई, ठाणे और पुणे में प्राइवेट अस्पतालों के पास 45 लाख से अधिक वैक्सीन डोज पड़ी हुई है. 

ऐसे में कई विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि प्राइवेट अस्पतालों को मुफ्त में टीकाकरण करना चाहिए या सीएसआर डोनर्स को ढूंढना चाहिए ताकि वैक्सीन ही डोज बर्बाद या बेकार न हो. 

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