Delhi MCD Approves Purchase of 14 New Pollution Control Machines
Delhi MCD Approves Purchase of 14 New Pollution Control Machines दिल्ली में प्रदूषण एक बहुत बड़ा मुद्दा है. जिस पर रोक धाम के लिए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में दो प्रस्ताव पारित किए गए. इन प्रस्तावों के तहत नई मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनें (एमआरएसएम) खरीदी जाएंगी. यह कदम शहर की सड़कों पर जमा धूल को कम करने और वायु प्रदूषण से निपटने के प्रयासों का हिस्सा है.
बीजेपी और आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने बैठक में बढ़ते प्रदूषण स्तर पर चिंता जताई. उन्होंने प्रदूषण-नियंत्रण उपायों की प्रगति को लेकर अधिकारियों से जवाबदेही तय करने की मांग उठाई.
एमसीडी ने दी प्रस्ताव को मंजूरी
समिति ने 14 नई एमआरएसएम मशीनों की खरीद का प्रस्ताव मंजूर किया. इन्हें तीन वर्षों तक व्यापक संचालन और रखरखाव के साथ लिया जाएगा. इसके लिए पैसा राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम फंड और नगर निगम के फंड से उपलब्ध कराई जाएगी. धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने की एमसीडी की योजना के तहत बजट का बड़ा हिस्सा एमआरएसएम मशीनों की संख्या बढ़ाने और अपनी सीमा के भीतर सड़क मरम्मत पर खर्च किया जा रहा है.
मशीनों को खरीदने का खर्च
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एमसीडी ने 60 और एमआरएसएम मशीनों की खरीद का ₹516.35 करोड़ का अनुमान तैयार किया है. इसमें 10 वर्षों तक सीओएमसी शामिल होगा. उन्होंने कहा कि 60 वैक्यूम-आधारित, बैटरी से चलने वाली लिटर-पिकर मशीनों की आठ वर्षों के लिए खरीद पर ₹93.92 करोड़ का अनुमान लगाया गया है. इसके अलावा प्राथमिक सी एंड डी (निर्माण एवं विध्वंस) कचरा संग्रह केंद्रों को उन्नत करने, पानी के छिड़काव उपकरण और वायु गुणवत्ता सेंसर लगाने का भी प्रस्ताव है. दिल्ली सरकार ने इन तीन परियोजनाओं को ₹610.27 करोड़ की मंजूरी दे दी है.
फिलहाल, एमसीडी 52 एमआरएसएम, 167 वाटर स्प्रिंकलर और 28 एंटी-स्मॉग मशीनें संचालित कर रही है. साथ ही, एलजी के निर्देशानुसार ऊंची इमारतों पर 15 एंटी-स्मॉग गन भी लगाई गई हैं. समिति ने बहुउद्देश्यीय कर्मचारी (पब्लिक हेल्थ वर्कर्स) का वेतन ₹27,900 प्रति माह करने के प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया. यह अक्टूबर में उनकी एक महीने की हड़ताल की प्रमुख मांग थी.
-सुशांत मेहरा की रिपोर्ट
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