scorecardresearch

अब किराए पर मिलेगा सब्ज़ी का थैला, इस डॉक्टर के 'विकल्प' से कम होगी प्लास्टिक की समस्या

दिल्ली में एक डॉक्टर ने एक पहल की शुरूआत की है. जिसके तहत अब आप दुकानों से किराए पर कपड़े का झोला ले सकते हैं. डॉक्टर रूबी मखीजा ने विकल्प नाम से नया सफर शुरू किया.

प्लास्टिक के खिलाफ इस डॉक्टर की मुहिम, अब किराए पर मिलेगा कपड़े का थैला प्लास्टिक के खिलाफ इस डॉक्टर की मुहिम, अब किराए पर मिलेगा कपड़े का थैला
हाइलाइट्स
  • पर्यावरण को बचाने की नई पहल

  • थैलों में लगा होता है क्यूआर कोड

प्लास्टिक पर्यावरण के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गया है. प्लास्टिक हमारी ज़िंदगी में ऐसे घुल गया है कि इसे अलग करना नामुमकिन है. ऐसे में प्लास्टिक में सबसे ज्यादा इस्तेमाल सिंगल यूज प्लास्टिक का किया जाता है. इससे निजात दिलाने और आम जीवन में लोग इससे कैसे दूरी बनाई इसके लिए दिल्ली की रहने वाली एक डॉक्टर ने एक ऐसी मुहिम शुरू की जिसका असर अब देश भर में हो रहा है, अब आपको प्लास्टिक का थैला नहीं, बल्कि दुकान से कपड़े का थैला मिलेगा वो भी किराए पर कैसे चलिए समझ लेते हैं.

पर्यावरण को बचाने की नई पहल
पर्यावरण को बचाना है तो नई सोच के हिसाब से काम तो करना ही पड़ेगा, ये तय करना होगा की आखिर जिन परेशानियों की वजह से पॉल्यूशन या पर्यावरण को नुकसान हो रहा है. उसको कैसे रोका जाए इसके लिए दिल्ली डॉक्टर रूबी मखीजा ने विकल्प नाम से नया सफर शुरू किया. आप इसको एक नई पहल भी कह सकते है. इसमें दिल्ली के 300 से ज्यादा दुकानों, जो कि दिल्ली के बड़े बाजारों में मौजूद थी वहां प्लास्टिक की पॉलीथिन या प्लास्टिक बैग बंद कराके, कपड़े से बने बैग रख दिए अब अगर ग्राहक बैग नहीं होने का बहाना या दिक्कत बताता है, तो उसको तुरंत कपड़े के बैग में समान रख कर दे दिया जाता है. इसके लिए ग्राहक को केवल 20 रुपए देने होंगे और जब वो ये बैग वापस लाएगा उसको 20 रुपए वापस कर दिए जाएंगे.

थैलों में लगा होता है क्यूआर कोड
रूबी ने सिंगल यूज प्लास्टिक के वर्चस्व को मार्केट से खत्म करने के लिए क्यूआर कोड का इस्तेमाल शुरू किया. जिसमे अगर कोई भी व्यक्ति किसी भी स्थान से बैग लेता है तो वो दूसरी जगह भी वापस कर सकता है. असल में रूबी मखीजा ने नवंबर, 2021 में ‘विकल्प’ नाम की एक मुहिम शुरू की. इसके जरिए दिल्ली में 300 से ज्यादा दुकानों पर ग्राहकों के लिए कपड़े के थैले उपलब्ध कराए जा रहे हैं. ये थैले एक तरह से फ्री ही हैं.

दिल्ली के बाहर भी ले जाने का है प्रयास
रूबी कहती है की जब आपका प्रयास देश भर के लिए मिसाल बने लोग उसको फॉलो करे तो अच्छा लगता है. मानो कदम सार्थक हुआ हो, अब विकल्प’ जैसी मुहिम को और शहरों में शुरू करने के लिए डॉ. रूबी के पास दिल्ली के बाहर से भी कई कॉल्स आती हैं. विकल्प को दिल्ली के बाहर भी फैलाने को लेकर उनकी कई एनजीओ और सीएसआर के साथ बातचीत चल रही है.