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Kalika Patrolling Unit: स्कूटी पर सवार 'कालिका' बनेगी मनचलों के लिए आफत, महिला सुरक्षा के लिए अलवर पहुंची कालिका पैट्रोलिंग यूनिट... जानिए जिले को कैसे बनाएगी सुरक्षित

राजस्थान सरकार की ओर से पिछले महीने शुरू की गई कालिका पैट्रोलिंग टीम अब अलवर भी पहुंच गई है. इस यूनिट की गश्त के लिए सरकार की तरफ से स्कूटी दी गई है. महिलाएं सुरक्षित रहने के लिए इस यूनिट का लाभ कैसे उठा सकेंगी, आइए जानते हैं.

हाइलाइट्स
  • अलवर में यूनिट को दिखाई गई हरी झंडी

  • जिले में 20 महिला सिपाही तैनात

राजस्थान में बढ़ते हुए महिला अपराधों पर लगाम कसने के लिए हर जिले में महिलाओं की मदद के लिए 'कालिका पैट्रोलिंग यूनिट' (Kalika Patroling Unit) बनाई गई है. राज्य के अलग-अलग जिलों में इस तरह की कई यूनिट रवाना की गई हैं. इनमें एक जिला अलवर (Alwar District) भी है. जिले में यह यूनिट किस तरह काम करेगी और अलवर की महिलाओं को किस तरह सुरक्षित रखा जाएगा, आइए डालते हैं नजर.

कैसे काम करेगी कालिका पैट्रोलिंग टीम?
अलवर की डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस पूनम ने बताया कि इस काम के लिए राज्य सरकार की तरफ से जिले को 20 महिला पुलिसकर्मी दी गई हैं. इन पुलिसकर्मियों को खास ट्रेनिंग के बाद तैनात किया गया है. यह टीम 24 घंटे शहरी इलाकों में तैनात रहेगी ताकि जरूरतमंद महिलाओं को तेजी से मदद पहुंचाई जा सके. 

कालिका पैट्रोलिंग टीम हर मिनट सड़कों को सुरक्षित रखने के लिए दो शिफ्टों में काम करेगी. इस यूनिट की गश्त के लिए सरकार की तरफ से स्कूटी दी गई है. मूसीबत में फंसी महिलाएं राजकोट सिटिजन ऐप की मदद लेंगी और ऐप की मदद से महिलाओं की लोकेशन ट्रेस की जाएगी. 
 

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इस प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए मोबाइल ऐप में 'नीड हेल्प' के नाम से एक विकल्प मौजूद है. जब कोई महिला इस विकल्प का चयन करेगी तो उसके पास तुरंत कालिका पेट्रोल यूनिट की टीम पहुंचेगी. पुलिस महिलाओं को इस मोबाइल ऐप की जानकारी दे रही है. साथ ही इस हेल्प सिस्टम के बारे में भी बताया जा रहा है. 

स्कूल व कॉलेज में पुलिस कर रही जागरूक
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ऐप के बारे में महिलाओं को जानकारी दी जा रही है. इसके लिए सभी स्कूलों व कॉलेजों में पुलिस की तरफ से कार्यक्रम किया जा रहे हैं और वहां स्कूली व कॉलेज की छात्राओं को ऐप डाउनलोड भी करवाया जा रहा है. इसके अलावा मीडिया के माध्यम से भी लगातार महिलाओं को जागरूक करने का काम चल रहा है. अब तक 1000 से ज्यादा महिलाओं को यह ऐप डाउनलोड करवाया गया है. 

उन्होंने बताया कि पूरे राजस्थान में इस तरह की महिला यूनिट सभी जिलों में तैनात की गई है. महिलाओं को छेड़ने वाले व महिलाओं के साथ प्रताड़ना करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा. साथ ही महिलाओं को होने वाली किसी भी तरह की परेशानी पर यह पैट्रोलिंग यूनिट तुरंत मौके पर पहुंचेगी.

पुलिस को उम्मीद है कि वे इस टीम की मदद से राज्य में महिला सुरक्षा की स्थिति सुधार सकेंगे. अलवर में पुलिस कंट्रोल रूम से महिला पैट्रोलिंग यूनिट को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. इस तरह से भिवाड़ी, कोटपूतली सहित राजस्थान के अन्य जिलों में भी महिला पैट्रोलिंग यूनिट शुरू की गई है. इसका सीधा फायदा महिलाओं को मिलेगा.