
प्रयागराज में युवाओं के सेना में जाने के सपने को पूरा करने के लिए अब सैनिक स्कूल की शुरुआत होने जा रही है. पीएम मोदी के देश में पीपीपी मॉडल में 100 सैनिक स्कूल खोले जाने के क्रम में ऐक्सेस इंटरनेशनल स्कूल नवाबगंज को यह जिम्मेदारी मिली है.
प्रयागराज के संयुक्त शिक्षा निदेशक आर एन विश्वकर्मा के मुताबिक सैनिक स्कूल सोसायटी मिनिस्ट्री ऑफ़ डिफेंस नई दिल्ली की मंजूरी मिलने के बाद अब कक्षा 6 और 9 की 80-80 सीटों पर जनवरी 2026 से प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगा. उनके मुताबिक इसमें 60 फ़ीसदी सीटें सैनिक स्कूल समिति की ओर से आयोजित प्रवेश परीक्षा और 40 फीसदी सीटें मैनेजमेंट कोटे से भरी जाएगी.
बच्चों का होगा चरित्र निर्माण
प्रयागराज के जिला विद्यालय निरीक्षक पी एन सिंह के मुताबिक, प्रयागराज के बच्चों के लिए सैनिक स्कूल एक सौगात की तरह उनके मुताबिक यहां बच्चों को न केवल अनुशासित शिक्षा मिलेगी. साथ ही यहां पर चरित्र निर्माण और संस्कार भी मिलेगा. इसके साथ ही उनमें देशभक्ति और सेना के प्रति सम्मान का भाव पैदा हो ऐसी शिक्षा दी जाएगी.
उनके मुताबिक पीपीपी मोड में संचालित होने वाले सैनिक स्कूलों में सारे नियम सैनिक स्कूल सोसायटी मिनिस्ट्री आफ डिफेंस की ओर से लागू किए जाएंगे. इसके साथ ही सीबीएसई पाठ्यक्रम पर यहां पर बच्चों शिक्षा दी जाएगी. खास बात है कि पीपीपी मोड में संचालित होने वाले सैनिक स्कूल में को-एजुकेशन मोड में शिक्षा दी जाएगी. यानि यहां पर बालक और बालिकाएं दोनों शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे.
सैनिक स्कूल का अप्रूवल, सपने जैसा
विद्यालय के संस्थापक योगेंद्र वैश्य के मुताबिक उनके द्वारा 2021 में खोले गए ऐक्सेस इंटरनेशनल स्कूल नवाबगंज को सैनिक स्कूल का अप्रूवल मिलना उनके सपने के पूरा होने जैसा है. उन्होंने कहा है कि सैनिक स्कूल की मानकों को पूरा करने के लिए काफी प्रयास किया. इसके बाद कहीं जाकर सैनिक स्कूल समिति ने उन्हें यह अनुमति प्रदान की है. उनके मुताबिक भारत सरकार ने पीपीपी मोड में देशभर में 100 सैनिक स्कूल संचालित करने का फैसला लिया था. जिसके क्रम में ही उन्हें भी यह अनुमति प्रदान हुई है.
क्या है सुविधाएं?
उनके मुताबिक उनका स्कूल कैंपस 10 एकड़ में फैला हुआ है. यहां पर बच्चों की आधुनिक शिक्षा के साथ ही साथ स्पोर्ट गतिविधियों के लिए सभी सुविधाएं और संसाधन मौजूद हैं. स्कूल में इंडोर और आउटडोर गेम्स खिलाए जाते हैं. जिससे बच्चे शारीरिक रूप से फिट रहते हैं. इसके अलावा स्कूल में स्मार्ट क्लास कंप्यूटर लैब डिजिटल लाइब्रेरी रीडिंग रूम जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध है. जो इसकी गुणवत्ता को और मजबूत करती हैं.
-पंकज श्रीवास्तव की रिपोर्ट