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पंजाब में फिर हलचल तेज़! सिद्धू ने सोनिया को लिखी 4 पेज की चिट्ठी, याद दिलाए 13 मुद्दे

सिद्धू ने सोनिया गांधी को जो पत्र लिखा है, उसमें 13 पॉइंट्स दिए गए हैं, जिन्हें लेकर कांग्रेस को पंजाब में काम करने के लिए कहा गया है. सिद्धू ने लिखा है कि यह कांग्रेस के पास अंतिम मौका है कि इन मुद्दों पर काम कर सकती है.

पंजाब कांग्रेस में जारी है घमासान पंजाब कांग्रेस में जारी है घमासान
हाइलाइट्स
  • ऐक्शन में आए सिद्धू

  • सोनिया गांधी को लिखा 'पंजाब में आखिरी मौका'

  • 13 पॉइंट्स में कही क्या बातें

पंजाब कांग्रेस का झगड़ा अभी भी सुलझता नजर नहीं आ रहा है. पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा वापस लेने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को खत लिखा है. खत में सिद्धू ने सोनिया से मिलने का वक्त मांगा है अपने लेटर में सिद्धू ने बेअदबी, ड्रग्स, शराब माफिया समेत 13 मुद्दों का जिक्र कर सोनिया से कहा है कि पंजाब सरकार से इन मुद्दों पर काम करने को कहें. चिट्ठी में सिद्धू ने खुद को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बताते हुए कहा कि उनके पास कार्यपालिका (सरकार) पर नजर रखने की जिम्मेदारी है.और पंजाब सरकार से इनको पूरा करने के लिए कहा है. ऐसे में यह सवाल एक बार फिर से उठने लगा है कि पंजाब कांग्रेस में अभी सब ठीक नहीं हुआ है क्या?

पिछड़े वर्ग से बनाए जाने चाहिए मंत्री- सिद्धू

सिद्धू ने कहा है कि सरकार में दलित समाज की आवाज मजबूत करने के लिए एक दलित को मुख्यमंत्री बनाया गया लेकिन इसके बावजूद राज्य में कोई खास जगह नहीं मिली. सिद्धू ने मांग की है कि चन्नी कैबिनेट में कम से एक मजहबी समाज के सदस्य को मंत्री बनाया जाना चाहिए इसके अलावा दोआबा इलाके से और पिछड़े वर्ग से दो मंत्री बनाए जाने चाहिए. सोनिया को लिखी सिद्धू की चिट्ठी से ये भी साफ होता  है कि राहुल गांधी से मिलने के बावजूद उनकी नाराजगी खत्म नहीं हुई है और इसीलिए अब उन्होंने नया पैंतरा अपनाया है.

खत लिख 13 पॉइंट्स पर काम करने का दिया जोर

सोनिया गांधी को तीन पन्नों का लिखा गया लेटर 15 अक्टूबर का है. सिद्धू ने रविवार को अपने ट्विटर हैंडल से लेटर के तीनों पन्ने ट्वीट किए. इसमें 13 पॉइंट्स दिए गए हैं, जिन्हें लेकर कांग्रेस को काम करने के लिए कहा गया है. सिद्धू ने लिखा है कि यह कांग्रेस के पास अंतिम मौका है कि इन मुद्दों पर काम करें.

राहुल से मिले सिद्धू, इस्तीफे को लेकर लिया ये फैसला

राहुल गांधी से दिल्ली में उनके आवास पर शुक्रवार को नवजोत सिंह सिद्धू ने मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद सिद्धू ने फैसला किया था कि वह पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे. उन्होंने कहा, ''जो भी शिकायतें थी, वो मैंने राहुल गांधी के साथ शेयर की. वो सब सुलझा ली गई है.'' जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया है तो सिद्धू ने कहा कि मैं जो भी कर रहा हूं सब आपके सामने है.

पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत भी रहे मौजूद

राहुल गांधी के साथ बैठक के दौरान पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत भी मौजूद रहे. हरीश रावत ने कहा कि उन्होंने (सिद्धू) राहुल गांधी के साथ अपनी चिंताओं को साझा किया. सिद्धू ने राहुल गांधी को विश्वास दिलाया कि वह इस्तीफा वापस लेंगे. वह पीसीसी अध्यक्ष के रूप में फिर से काम शुरू करेंगे.

बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू को कैप्टन अमरिंदर सिंह की नाराजगी के बावजूद कांग्रेस हाईकमान ने इसी साल 18 जुलाई को प्रदेश पार्टी अध्यक्ष नियुक्त किया था. हालांकि विवाद नहीं थमा. इसके बाद 18 सितंबर को अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद 20 सितंबर को चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. सिद्धू ने चन्नी सरकार के कुछ फैसलों से नाराज होकर इस्तीफा दे दिया.