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नेकी की दीवार: अगर कपड़ों की जरूरत है तो यहां से ले जाएं, और ज्यादा हैं तो दे जाएं

दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) ने शनिवार को जरूरतमंद लोगों  की मदद के लिए फिर से नेकी की दीवार की शुरुआत की है. द्वारका सेक्टर 22 में सद्भावना चौक के पास शुरू हुई 'नेकी की दीवार' के जरिए गरीब और बेसहारा लोगों को मुफ्त में कपड़े और जूते आदि उपलब्ध कराए जाते हैं. 

नेकी की दीवार (साभार: ट्विटर) नेकी की दीवार (साभार: ट्विटर)
हाइलाइट्स
  • SDMC ने शुरू की नेकी की दीवार

  • कपड़े, जूते ले जा सकते हैं जरूरतमंद

दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) ने शनिवार को जरूरतमंद लोगों  की मदद के लिए फिर से नेकी की दीवार की शुरुआत की है. द्वारका सेक्टर 22 में सद्भावना चौक के पास शुरू हुई 'नेकी की दीवार' के जरिए गरीब और बेसहारा लोगों को मुफ्त में कपड़े और जूते आदि उपलब्ध कराए जाते हैं. 

कोरोना महामारी के कारण यह पहल रोक दी गई थी. लेकिन अब इसे फिर से शुरू किया गया है ताकि जितना हो सके लोगों की मदद की जा सके. एसडीएमसी के मेयर मुकेश सूर्यन ने बताया कि सर्दियों का मौसम है. लेकिन बहुत से लोग सड़क किनारे या फुटपाथ पर रहने को मजबूर हैं. 

समर्थ दे जाएं, जरूरतमंद ले जाएं: 

ऐसे लोगों के लिए यह पहल की गई है ताकि उन्हें गर्म कपड़े आदि मिल सकें. इसलिए एसडीएमसी में रहने वाले लोग जिनके पास कोई पुराने कपड़े हैं, जो दूसरों के काम आ सकते हैं. वे इन कपड़ों को या अन्य कोई और सामान को जरूरतमंदों के लिए दान कर सकते हैं. 

नेकी की दीवार का उद्देश्य यही है कि जो समर्थ हैं वे दे जाएं और जो जरूरतमंद हैं वे यहां से ले जाएं. उन्होंने आगे कहा कि यहां जरूरतमंद लोग आते हैं और अपने साइज के हिसाब से कपड़े ले जाते हैं. इस पहल को अच्छा फीडबैक मिल रहा है. 

अगर किसी को अपनी जरूरत के हिसाब से कपड़े नहीं मिलते हैं तो वे नेकी की दीवार के पास बैठे कर्मचारी को अपनी जरूरत बता सकते हैं. ताकि उनके लिए प्रबंध किया जा सके. 

बताया जा रहा है कि दो कर्मचारी हमेशा यहां ड्यूटी करते हैं और सामान की देखभाल करते हैं. फिलहाल इसे द्वारका में शुरू किया है और नजफगढ़ में इसके लिए काम किया जा रहा है.