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Paternity Leave: कर्मचारियों को मिलेगी 20 हफ्ते की पैटरनिटी लीव, Standard Chartered Bank ने किया एलान

Paternity Leave For 20 Weeks: ब्रिटिश बैंक स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने पुरुष कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है. बैंक ने कर्मचारियों को 20 हफ्ते की पैटरनिटी लीव देने का फैसला किया है. कर्मचारी इस नियम का फायदा एक सितंबर से उठा सकते हैं.

स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने पुरुष कर्मचारियों को 20 हफ्ते की पैटरनिटी लीव देने का ऐलान किया स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने पुरुष कर्मचारियों को 20 हफ्ते की पैटरनिटी लीव देने का ऐलान किया

अक्सर पुरुषों की शिकायत होती है कि वो अपने बच्चे को ज्यादा समय नहीं दे पाते हैं. इसके पीछे की वजह कामकाज को बताया जाता है. महिलाओं के मैटरनिटी लीव की दर्ज पर पुरुष भी पैटरनिटी लीव चाहते हैं. कई कंपनियां ये सुविधा देती भी हैं. अब इसमें एक नया नाम ब्रिटिश कर्जदाता स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक का भी जुड़ गया है. इस कंपनी ने पुरुष कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है. कंपनी ने कर्मचारियों को पिता बनने और बच्चा गोद लेने की स्थिति में 20 हफ्ते की छुट्टी देगा.

पिता बनने पर मिलेगी 20 हफ्ते की छुट्टी-
ब्रिटिश बैंक ने दुनियाभर में अपने कर्मचारियों को पिता बनने पर 20 हफ्ते यानी 140 दिन की छुट्टी का एलान किया है. कंपनी के मुताबिक अगर कोई कर्मचारी बच्चा गोद लेता है तो तब भी ये नियम लागू होगा. कंपनी के इस नियम से कपल्स को बच्चों की देखभाल में मदद मिलेगी. बैंक ने इसे समावेशी  पहल का हिस्सा बताया है. उनका कहना है कि पिता बनने की स्थिति में छुट्टी देने की सुविधा पर उनके लिंग, वैवाहिक स्थिति या बच्चे के परिवार का हिस्सा बनने के तरीके पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

1 सितंबर से मिलेगा फायदा-
बैंक के मुताबिक पिता बनने पर कर्मचारी इस नियम का फायदा उठा सकते हैं. ये नियम एक सितंबर से लागू होगा. इसके लागू होने पर कर्मचारियों के पिता बनने पर 20 हफ्ते की छुट्टी मिलेगी.

26 हफ्ते मिलती हैं मैटरनिटी लीव-
भारत में महिलाओं को मां बनने पर 180 दिन की छुट्टी मिलती है. लेकिन पुरुषों के लिए कोई पॉलिसी नही हैं. ग्लोबल बैंक के इस फैसले का फायदा भारत में कंपनी के कर्मचारियों पर भी होगा. कंपनी ने ये फैसला बच्चों की अच्छी परवरिश के लिए लिया है.

भारत में बैंक के 30 हजार कर्मचारी-
इस ग्लोबल बैंक के दुनियाभर में 83000 कर्मचारी हैं. इसमें से करीब 30 हजार कर्मचारी भारत में काम करते हैं. भारत में काम करने वाले कर्मचारियों में से 20 हजार पुरुष कर्मचारी हैं. इस फैसले से बैंक के कर्मचारियों की पारिवारिक और आर्थिक स्थिति पर पॉजिटिव असर पड़ेगा.

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