उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक पिता अपनी 8 और 12 साल की बेटियों को घर के आंगन में कुश्ती की ट्रेनिंग दे रहे हैं। पिता का कहना है, "मैं सोच रहा हूँ ये गोल्ड मेडल जीत के नाम है, भारत का नाम रोशन करें"। यह कहानी बेटियों को सशक्त बनाने और सामाजिक सोच को बदलने की मिसाल पेश कर रही है।