गुजरात का एक ऐसा गांव.. जहां इस महीने से पहले एक समुदाय के लोग बाल तक नहीं कटवा सकते थे. मतलब गांव में मौजूद नाई की दुकानों में बाल-दाढ़ी बनवाना उनके लिए संभव नहीं था... लेकिन पुलिस और गांव के बुजुर्ग लोगों की पहल के बाद इसका अंत संभव हुआ... और आजादी के 78 साल बाद जाकर पहली बार उस समुदाय के लोगों की पहुंच नाई के दुकानों तक हुई... इस नई शुरूआत को लेकर गांव का हर वर्ग बेहद खुश है.