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वर्कआउट के लिए दोपहर का समय है बेस्ट, ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मिल सकती है मदद 

आजकल ज्यादातर लोग ब्लड शुगर की बीमारी से जूझ रहे हैं. अब एक स्टडी में सामने आया है कि अगर कोई दोपहर के समय वर्कआउट करता है तो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है.

Blood Sugar Level Blood Sugar Level
हाइलाइट्स
  • सभी प्रतिभागी ज्यादा वजन वाले थे

  • डायबिटीज और इंसुलिन का है सीधा कनेक्शन 

वर्कआउट करने वाले हमेशा इस बात को लेकर चिंतित रहते हैं कि उनके लिए एक्सरसाइज करने का सबसे अच्छा समय कौन-सा है. अब हाल ही में हुए नए शोध से पता चला है कि दोपहर या शाम को एक्सरसाइज करने से लिए सबसे बेहतर है. दिन भर में की जाने वाली दूसरी शारीरिक गतिविधियों की तुलना में दोपहर में एक्सरसाइज करने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है.

डायबेटोलोजिया जर्नल में इस स्टडी को पब्लिश किया गया है. इसमें सामने आया है कि दोपहर और आधी रात के बीच एक्सरसाइज करने से दिन में पहले की एक्टिविटी की तुलना में इंसुलिन रेजिस्टेंस में काफी कमी आ सकती है.

सभी प्रतिभागी ज्यादा वजन वाले थे

टीम ने नीदरलैंड्स एपिडेमियोलॉजी ऑफ ओबेसिटी (एनईओ) के अध्ययन के आंकड़ों का विश्लेषण किया, जिसमें 45 और 65 वर्ष की आयु के पुरुष और महिलाओं को शामिल किया. इन सभी का बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 27 या उससे अधिक था, जिसका अर्थ है कि वे अधिक वजन वाले या मोटे थे. इस स्डटी के लिए लगभग 6,700 लोगों को शामिल किया गया. इन सभी प्रतिभागियों का शारीरिक परीक्षण किया गया. जिसमें इनके उपवास के दौरान और खाने के बाद ब्लड शुगर इंसुलिन के लेवल को मापने के लिए ब्लड के सैंपल लिए गए.

क्या आया स्टडी में सामने?

इतना ही नहीं बल्कि उनसे उनकी जीवन शैली के बारे में भी पूछताछ की गई और कुछ को एमआरआई स्कैन भी किया गया. शोधकर्ताओं ने पाया कि पूरे दिन एक्टिविटी करने की की तुलना में, दोपहर में एक्सरसाइज करना इंसुलिन रेजिस्टेंस में 18 प्रतिशत की कमी थी और शाम को ये 25% नोट की गई.

डायबिटीज और इंसुलिन का है सीधा कनेक्शन 

आपको बताते चलें कि डायबिटीज और इंसुलिन का सीधा कनेक्शन है. अगर किसी को टाइप 1 डायबिटीज है तो उस मरीज में इंसुलिन बनना बंद हो जाता है. जिसके कारण ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है. वहीं टाइप 2 डायबिटीज में इंसुलिन बनता है, लेकिन उसका सही इस्तेमाल नहीं हो पाता है, जिसका सबसे बड़ा कारण होता है रेजिस्टेंस. अगर शरीर में इंसुलिन सही तरीके से बन रहा होता है तो डायबिटीज से मरीज को कोई खतरा नहीं होता.