![नहीं ले रहे ठीक से नींद तो हो जाएं सावधान नहीं ले रहे ठीक से नींद तो हो जाएं सावधान](https://cf-img-a-in.tosshub.com/lingo/gnt/images/story/202304/sleep-sixteen_nine.jpg?size=948:533)
कोई खास वजह हो, खुशी का कोई मौका हो या किसी का इंतजार हो, तो करवटें बदलते हुए रात काट देना चिंता की बात नहीं. लेकिन अगर आमतौर पर नींद नहीं आती, बस कुछ घंटे के लिए ही सोना हो पाता है या सोते हुए रात में कई बार आंख खुल जाती है, तो ये अच्छे संकेत नहीं. अगर सोते हुए सांस लेने में दिक्कत आती है. कुछ देर के लिए सांस रूकती है या फिर कोई खर्राटे लेता है तो ये भी अच्छी बात नहीं.
नींद अच्छी नहीं तो बढ़ सकता है हार्ट अटैक का खतरा
नींद का सीधा रिश्ता दिल से है. एक मेडिकल जर्नल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक अगर नींद अच्छी नहीं तो हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है. दरअसल अमेरिकन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी के मेडिकल जर्नल में छपी एक स्टडी के मुताबिक जो लोग नींद की समस्या से जूझ रहे हैं उनको हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है. इस लिहाज से जरूरत से ज्यादा सोना या बेहद कम सोना दोनों ठीक नहीं. इसके अलावा लंबे नैप और कमजोर नींद खर्राटे लेना या स्लीप एपनिया जैसी समस्या दिल के लिए खतरा साबित हो सकती है.
चैन की नींद लेने वालों को नहीं आएगा हार्ट अटैक
स्टडी के मुताबिक जिन लोगों में नींद से जुड़ी जितनी ज्यादा समस्याएं होंगी, उसके लिए स्ट्रोक का खतरा उतना ही बड़ा होगा. स्टडी सिर्फ ये दावा करती है कि नींद की समस्या और दिल के बीच गहरा रिश्ता है. यानी जो चैन की नींद सोते हैं, उनकी तुलना में नींद की समस्या से जूझ रहे लोगों का दिल खतरे में हो सकता है. इस स्टडी में औसतन 62 साल के करीब साढ़े चार हजार लोगों को शामिल किया गया और उनके सोने के पैटर्न को समझा गया.
स्टडी बताती है कि ज्यादा हार्ट अटैक उन लोगों को हुआ जो पांच घंटे से कम सो रहे थे या फिर जो 9 घंटे से ज्यादा सो रहे थे. जबकि सामान्य सात घंटे की नींद सोने वालों में हार्ट अटैक का मामले कम देखे गए.
1 घंटे से ज्यादा नैप भी है खतरा
वैसे तो नैप को हेल्दी माना जाता है. लेकिन स्टडी के मुताबिक 1 घंटे से ज्यादा नैप लेने वालों में हार्ट अटैक का खतरा कहीं ज्यादा है. नींद के दौरान सांस से जुड़ी कई समस्याएं भी दिल के परेशानी की वजह बन सकती हैं. मसलन खर्राटे और स्लीप एपनिया. स्टडी बताती है कि खर्राटे लेने वालों और स्लीप एपनिया से जूझ रहे लोगों में स्ट्रोक की आशंका सबसे ज्यादा है. यानी सोते हुए जिनको सांस लेने में परेशानी आती है, वो खतरे की जद में है.
इन फैक्टर्स का भी रखें ख्याल
इस स्टडी से जुड़े डॉक्टर ने माना है कि सिगरेट, वर्कआउट या अवसाद जैसे फैक्टर भी दिल के लिए बड़े अहम है. लेकिन दिल को बचाने के लिए नींद की समस्या को समझना और उसे दूर करना जरूरी है, इसलिए नींद को लेकर लापरवाही दूर कीजिए.