
सुपरमॉडल बेला हदीद (Bella Hadid)ने हाल ही में अपनी हेल्थ अपडेट अपने फैंस के साथ शेयर की. दरअसल बेला हदीद 15 सालों से एक खास तरह की बीमारी से पीड़ित हैं जिसे लाइम रोग (Lyme disease)कहा जाता है. यह एक गंभीर और घातक बीमारी है जो बैक्टीरिया के कारण होती है. ये एक तरीके का बैक्टेरियएल इंफेक्शन है जोकि टिक्स से फैलता है. उन्हें 2012 में इसका पता चला था और तब से वह अक्सर इलाज की तस्वीरें पोस्ट करती रहती हैं. हदीद ने इंस्टाग्राम पर अपने इलाज की तस्वीरें शेयर कीं और आभार व्यक्त करते हुए एक इमोशनल पोस्ट लिखा.
एक पोस्ट में जिसमें उनके मेडिकल रिकॉर्ड दिखाई दे रहे हैं को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, “मेरे सभी मेडिकल रिकॉर्ड रखने, मेरे साथ रहने, कभी मेरा साथ नहीं छोड़ने, मेरा ध्यान रखने, समर्थन करने, लेकिन सबसे बढ़कर, मुझ पर इन सबके दौरान विश्वास करने के लिए मैं अपनी मां का आभार व्यक्त करती हूं.”बेला ने अपने इस नोट के साथ इंस्टग्राम पर 10 तस्वीरें शेयर की हैं. बेला ने अपने डॉगी के साथ भी तस्वीरें शेयर की हैं. उनके हाथों में कैनुला लगा हुआ है. बेला ने फैंस के सपोर्ट और धैर्य के लिए सभी का धन्यवाद किया है. उन्होंने आगे लिखा है, 'मेरे एजेंट जिल और जोसेफ का शुक्रिया. मेरे डॉक्टर और नर्सों की अविश्वसनीय टीम को धन्यवाद. मैं आपसे बहुत प्यार करती हूं!'
हदीद ने बताया कि वह अब अच्छा महसूस कर रही हैं और तैयार होने पर काम पर वापस आ जाएगी. उन्होंने लिखा, ''मैं ठीक हूं और आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है. मैं दुनिया के लिए कुछ भी नहीं बदलूंगी. अगर मुझे इस सब से दोबारा गुजरना पड़ा, यहां तक पहुंचने के लिए, इस सटीक क्षण तक पहुंचने के लिए, जहां मैं अभी हूं, आप सभी के साथ, अंततः स्वस्थ, तो मैं यह सब फिर से करूंगी. इसने मुझे वह बनाया जो मैं आज हूं.”
लाइम रोग क्या है?
लाइम रोग संक्रमित टिक (चिंचड) के काटने से फैलता है. इसमें थकान, सिरदर्द के साथ अन्य दूसरी परेशानियों के साथ जोड़ों में असहनीय दर्द की शिकायत होती है. 'क्लीवलैंड क्लिनिक' के मुताबिक, लाइम रोग एक बैक्टीरिया, बोरेलिया बर्गडोरफेरी के कारण होता है. यह तब होता है जब एक संक्रमित डीयर टिक (जिसे काले-पैरों वाला टिक भी कहा जाता है) आपको काटता है. आपको बता दें कि लकड़ी पर पाए जाने वाले चिंचड और कुत्ते के शरीर पर पाए जाने वाले चिंचड से यह संक्रमण नहीं फैलता. लाइम रोग कई चरणों में बढ़ सकता है. इससे त्वचा, जोड़, हृदय या नर्वस सिस्टम पर भी असर पड़ सकता है.
ये हैं लक्षण
लाइम डीजीज बीमारी के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, थकावट, माइग्रेन और स्किन पर रैशेज भी हो सकते हैं. यह बीमारी शरीर के जोड़ों, दिल और न्यूरो लॉजिकल सिस्टम को संक्रमित कर सकती है. खासकर घास और जंगली एरिया में खास ख्याल रखने की जरूरत होती है क्योंकि इस एरिया में टिक्स मौजूद होते हैं. खासकर टिक्स लकड़ी में ही अपना ठिकाना बनाते हैं.
कैसे करें बचाव
इस बीमारी से बचने का सबसे आसान तरीका है उस जगह जाने से बचें जहां यह बीमारी फैल चुकी है. घास-फूंस या ऐसी कोई टिक्स वाली जगह जा रहे हैं तो फुल कपड़े पहनें. जो लोग इस बीमारी से पीड़ित है, उनसे दूरी बनाकर रखें.