Representational Image
Representational Image देश में कोविड-19 के मामले एक बार फिर बढ़ रहे हैं. खासकर कि नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने चिंता बढ़ायी हुई है. इस सबके बीच महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) डॉ प्रदीप व्यास ने हाल ही में कहा कि जनवरी के तीसरे सप्ताह तक महाराष्ट्र में कुल दो लाख सक्रिय COVID-19 मामलों की रिपोर्ट कर सकता है.
और यह अच्छा संकेत नहीं है. डॉ व्यास का कहना है कि अब तक यही कहा जा रहा है कि ओमिक्रॉन बहुत घातक नहीं है. लेकिन यह बात सिर्फ एक भ्रम भी हो सकती है. क्योंकि यह वेरिएंट उन लोगों के लिए घातक साबित हो सकता है जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली है. और जिन्हें एक से ज्यादा बीमारियां हैं.
मार्च की शुरुआत में हो सकता है पीक:
आईआईटी-कानपुर के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल का कहना है कि मार्च की शुरुआत में पीक रहेगा. उनका मानना है कि उस समय प्रति दिन लगभग 1.8 लाख मामले आ सकते हैं. 10 मामलों में से एक को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता रहेगी.
हालांकि आईआईटी-कानपुर की एक और रिसर्च में कहा गया था कि दिसंबर 2021 मध्य से मामले बढ़ना शुरू हो जायेंगे और फरवरी 2021 में यह अपने पीक पर होंगे. इसलिए बहुत ज्यादा जरुरी है कि लोग अपना और अपने आसपास के लोगों का ध्यान रखें.
कोरोना के सभी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाये. मास्क लगाएं, दो गज की दूरी बनाए रखें और समय-समय पर हाथ धोते रहें या सैनिटाइज करें.