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Covid-19 Cases: सिंगापुर, चीन, थाईलैंड जैसे देशों में बढ़ रहे कोरोना के मामले... सामने आया नया वेरिएंट... जानिए जरूरी बातें

एशिया के कई देशों जैसे सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग, चीन और थाईलैंड में एक बार फिर से कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. इन देशों में नए संक्रमण मामलों की संख्या में इजाफा हुआ है.

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पिछले कुछ दिनों से भारत में COVID-19 के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 12 मई के बाद से देश में मामलों की संख्या को अपडेट किया है. फिलहाल, डैशबोर्ड पर देश के विभिन्न राज्यों में कुल 257 सक्रिय COVID मामले दर्ज हैं, जिनमें से ज्यादातर मामले केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र से सामने आए हैं. अधिकारियों ने लोगों से संयम रखने की अपील की है और कहा है कि भारत में COVID-19 की स्थिति कंट्रोल में है.

इस बढ़ोतरी का कारण दक्षिण-पूर्व एशिया से आए COVID-19 वेरिएंट्स को माना जा रहा है. एशिया के कई देशों जैसे सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग, चीन और थाईलैंड में एक बार फिर से कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. इन देशों में नए संक्रमण मामलों की संख्या में इजाफा हुआ है. सिंगापुर में 1 मई से 19 मई के बीच करीब 3,000 नए मामले सामने आए हैं, जबकि अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक यह संख्या 11,100 थी, यानी मामलों में लगभग 28% की वृद्धि हुई है.

हॉन्गकॉन्ग में जनवरी से अब तक कुल 81 केस दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 30 लोगों की मौत हो चुकी है. चीन और थाईलैंड ने भी सतर्कता बढ़ा दी है, हालांकि वहां संक्रमितों की संख्या को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की गई है. 

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COVID-19 का नया वेरिएंट
इस बार संक्रमण के लिए ओमिक्रोन के नए वेरिएंट JN.1 और इसके सब-वेरिएंट्स LF.7 और NB.1.8 को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. अधिकारियों का कहना है कि अभी तक कोई ऐसा प्रमाण नहीं मिला है जिससे यह कहा जा सके कि ये वेरिएंट पहले की तुलना में अधिक खतरनाक या तेजी से फैलने वाले हैं. फिर भी, विशेषज्ञों का मानना है कि यह लहर कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को अधिक प्रभावित कर सकती है. 

आपको बता दें कि JN.1 नामक COVID-19 वेरिएंट की पहचान सबसे पहले अगस्त 2023 में हुई थी, और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे दिसंबर 2023 में 'वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' (Variant of Interest) घोषित किया. यह Omicron के BA.2.86 वेरिएंट का वंशज है. WHO के अनुसार, JN.1 में लगभग 30 म्यूटेशन हैं, जिनमें LF.7 और NB.1.8 सबसे सामान्य पाए गए हैं. ये हाल के मामलों में प्रमुख रूप से देखे गए हैं।

क्यों बढ़ रहा है संक्रमण 
ET HealthWorld की रिपोर्ट के अनुसार, हांगकांग, सिंगापुर, चीन और थाईलैंड में हालिया बढ़ोतरी की एक प्रमुख वजह है- शरीर में एंटीबॉडीज का कम होना. कहा जा रहा है कि भारत में भी ऐसा हो सकता है. फिलहाल, तमिलनाडु, केरल और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में मामूली बढ़ोतरी देखी जा रही है. हालांकि, सरकारी अधिकारियों का कहना है कि भारत में COVID-19 की स्थिति नियंत्रण में है.

सेलिब्रेटीज हैं संक्रमित 
COVID-19 के दोबारा फैलने की आशंका के बीच कुछ सेलिब्रिटी संक्रमित पाए गए हैं. सोशल मीडिया पर अफवाह है कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ट्रैविस हेड IPL से बाहर हो गए हैं क्योंकि वे COVID पॉजिटिव हैं. सनराइजर्स हैदराबाद के कोच डेनियल विटोरी ने पुष्टि की है कि ट्रैविस हेड संक्रमित हैं, लेकिन यह पुष्टि नहीं हुई है कि वे पूरे टूर्नामेंट से बाहर हैं. दूसरी ओर, 90 के दशक की बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शिरोडकर ने सोमवार को एक बयान में बताया कि वे COVID पॉजिटिव हैं. 

खुद को ऐसे बचाएं संक्रमण से
भारत में फिलहाल मामले ज्यादा नहीं है और सरकार का भी कहना है कि स्थिति कंट्रोल में है. लेकिन जरूरी है कि आम लोग निजी स्तर पर ऐहतियात बरतें. आपके राज्य, जिले या शहर में भले ही स्थिति कंट्रोल से बाहर न हो, फिर भी जरूरी है कि आप अपनी और दूसरों की सुरक्षा का ध्यान रखें. 

  1. मास्क पहनें: भीड़-भाड़ वाली जगहों, अस्पतालों या बंद स्थानों पर सर्जिकल या N95 मास्क पहनें. खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को ढकें. 
  2. हाथों की स्वच्छता बनाए रखें: साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोएं. बाहर जाने पर या किसी चीज को छूने के बाद सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें. 
  3. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें: कम से कम 1-2 मीटर की दूरी बनाए रखें, खासकर पब्लिक जगहों पर. साथ ही, भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें. 
  4. टीकाकरण (वैक्सीनेशन) जरूर कराएं: COVID-19 की दोनों डोज़ और बूस्टर डोज़ समय पर लें. डॉक्टर्स से XBB.1.5 मोनोवैलेंट बूस्टर वैक्सीन पर सलाह ले सकते हैं, क्योंकि यह JN.1 वेरिएंट पर प्रभावी मानी जा रही है. 
  5. अपनी इम्यूनिटी मजबूत करें: पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाएं- जैसे फल, सब्जियां, दालें और सूखे मेवे. भरपूर पानी पिएं और पर्याप्त नींद लें. योग या हल्की एक्सरसाइज करें. 
  6. लक्षण दिखें तो तुरंत टेस्ट कराएं: बुखार, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. साथ ही, घर में रहें और दूसरों से दूरी बनाए रखें. 
  7. सतहों की सफाई करें: मोबाइल, डोर नॉब, लाइट स्विच, टेबल जैसी अक्सर छूई जाने वाली चीज़ों को नियमित रूप से सैनिटाइज़ करें. 
  8. गलत जानकारी से बचें: सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों पर भरोसा न करें. सिर्फ सरकारी या विश्वसनीय स्वास्थ्य स्रोतों (जैसे WHO, स्वास्थ्य मंत्रालय) से जानकारी लें.

भारत में स्थिति फिलहाल नियंत्रण में
भारत में फिलहाल कोरोना की कोई नई लहर नहीं देखी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 19 मई 2025 तक केवल 93 केस दर्ज किए गए हैं। मुंबई में कुछ युवाओं में हल्के लक्षणों के साथ कुछ मामले जरूर सामने आए हैं, लेकिन किसी बड़ी लहर की पुष्टि नहीं हुई है। हेल्थ एक्सपर्ट्स ने एहतियात बरतने और वैक्सीनेशन पर ध्यान देने की सलाह दी है, खासकर पड़ोसी देशों में बढ़ते मामलों को देखते हुए।

कोरोना से भारत में हुई थीं 5 लाख से ज्यादा मौतें
भारत में कोरोना महामारी की शुरुआत जनवरी 2020 में हुई थी और इसके बाद मार्च 2020 में देशभर में लॉकडाउन लगाया गया था. अब तक कोरोना से 5 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.

  • पहली लहर (जनवरी 2020 - फरवरी 2021): इस दौरान 1.08 करोड़ मामले सामने आए. 17 सितंबर 2020 को एक दिन में सबसे ज्यादा 98,000 केस दर्ज हुए. कुल 1.55 लाख लोगों की मौत हुई, औसतन प्रतिदिन 412 मौतें हुईं.
  • दूसरी लहर (मार्च 2021 - मई 2021): यह सबसे घातक लहर थी, जिसमें डेल्टा वेरिएंट ने तबाही मचाई. अस्पतालों और ऑक्सीजन की भारी कमी देखने को मिली. इस लहर में 1.69 लाख मौतें हुईं और औसतन प्रतिदिन 2,769 मौतें दर्ज की गईं.
  • तीसरी लहर (दिसंबर 2021 - फरवरी 2022): ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण मामलों में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई. हालांकि, इस वेरिएंट की गंभीरता कम थी और मृत्यु दर सिर्फ 0.2% रही. इस दौरान लगभग 50.05 लाख नए मामले दर्ज हुए और 10,465 मौतें हुईं.