Doctors team at RML Hospital (Photo: Twitter) 
 Doctors team at RML Hospital (Photo: Twitter) दिल्ली के डॉ राम मनोहर लोहिया (RML) अस्पताल में सोमवार को एक सफल और अपनी तरह की पहली हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जरी की गई. यह सर्जरी 32 वर्षीय महिला लक्ष्मी देवी की हुई. लक्ष्मी देवी के लिए हार्ट पीजीआई चंडीगढ़ से आया था. इसे रविवार की शाम को आरएमएल अस्पताल और एम्स के डॉ नरेंद्र सिंह झझरिया के नेतृत्व में कार्डियक सर्जनों की एक टीम ने रिसीव किया.
डॉ आरएमएल अस्पताल का कहना है कि एलायंस एयर के एयरलाइंस मैनेजर ने दिल्ली और चंडीगढ़ पुलिस के सहयोग से दो घंटे के भीतर डोनर के हार्ट को हवाई मार्ग से लाने की व्यवस्था की.
15 साल की लड़की का था हार्ट
आपतो बता दें कि इस महिला को एक 15 वर्षीय लड़की का हार्ट दिया गया. इस बच्ची को 20 अगस्त को एक दुर्घटना के बाद ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया था. इस बच्ची ने लक्ष्मी के अलावा और भी कई लोगों को अपने अंग दान कर जिंदगी दी है. 
डॉ नंदिनी दुग्गल, निदेशक, और एमएस, आरएमएल अस्पताल ने मीडिया को बताया कि यह एक बड़ी उपलब्धि है और यह वास्तव में ऐतिहासिक है. यह एक बहुत ही मुश्किल काम था लेकिन सर्जन टीम ने इसे मुमकिन किया.
8 साल से दिल की मरीज थी लक्ष्मी
अस्पताल की प्रेस रिलीज के मुताबिक लक्ष्मी देवी, अपने बच्चे के जन्म के बाद हार्ट फेलियर की मरीज थीं और सांस की तकलीफ से पीड़ित थीं. यहां तक कि वह नियमित दैनिक गतिविधियों को भी नहीं कर पा रही थीं. हालांकि, अब वह स्वस्थ हैं और डॉक्टरों की देख-रेख में ठीक हो रही हैं. 
अस्पताल के इस प्रयास की सराहना केंद्रीय मंत्री, मनसुख मांडविया ने भी की है. उन्होंने इस बारे में ट्वीट शेयर करते हुए लिखा कि वह इस 15 वर्षीय डोनर बच्ची के बारे में जानकर बहुत प्रभावित हुए, जिसने 32 वर्षीय लक्ष्मी देवी सहित 6 लोगों को नया जीवन दिया है. ABVIMS, डॉ. आरएमएल अस्पताल में की गई यह पहली हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जरी की गई.