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Health Tips : सुबह उठकर इन पांच योगासन से मिलेगा फायदा, पूरा दिन रहेंगे एनरजेटिक और पॉजिटिव

हर रोज सुबह उठकर योगा (Yoga)करने से आप शारीरिक और मानसिक रूप से हेल्थी रहते हैं. सुबह के समय आफ 30 मिनट भी योग करेंगे तो यह आपको कई फायदे पहुंचाएगा.

सुबह योगा करने से पूरा दिन रहते हैं एनरजेटिक सुबह योगा करने से पूरा दिन रहते हैं एनरजेटिक
हाइलाइट्स
  • योगा आपको रखता है शारीरिक और मानसिक रूप से हेल्थी

  • हर सुबह 30 मिनट योग करने से रहते हैं पूरा दिन एनरजेटिक

आप जिस तरह अपने दिन की शुरुआत करते हैं उसका असर पूरा दिन आपके मूड पर रहता है. अक्सर लोग सुबह सुस्त महसूस करते हैं और आलस में अपना दिन शुरू करते हैं. ऐसे में उनको पूरा दिन थकावट महसूस होती है. सुबह का समय हमारी सेहत को बेहतर बनाने और ऊर्जा बनाए रखने के लिए सबसे अच्छा समय होता है. आप पूरा दिन खुद को एनरजेटिक रखने के लिए योग कर सकते हैं, जिससे आपके मन में पॉजिटिविटी भी बनी रहेगा और आपका मन भी शांत रहेगा. 

योग करने के कई फायदे हैं. हर रोज सुबह उठकर योग करने से आप शारीरिक और मानसिक रूप से हेल्थी रहते हैं. सुबह के समय आफ 30 मिनट भी योग करेंगे तो यह आपको कई फायदे पहुंचाएगा. तो रोज सुबह उठकर इन 5 योगासनों को करें. 

1- बालासन (Balasan)

यह योग मुद्रा न केवल तनाव और चिंता को कम करने में मदद करती है, बल्कि यह छाती, पीठ और कंधों में तनाव को दूर करने में भी मदद करती है. यह तब भी मदद करता है जब आपको चक्कर आने और थकान ज्यादा होती है. यह आसन पीठ, जांघों और एड़ियों को मजबूत रखता है. 

2- त्रिकोणासन या त्रिभुज मुद्रा (Trikonasana or Triangle Pose) 

त्रिकोणासन एक खड़े होकर करने वाला आसन है और इसे बाएं और दाएं दोनों तरफ से किया जाता है. इससे आपकी सारी थकान दूर होती है और आप पूरा दिन एनरजेटिक रहते हैं. इस दौरान हमारे शरीर का आकार त्रिकोण यानी ट्रीअंगेल जैसा होता है, इसलिए इसे त्रिकोणासन कहा जाता है. यह आसन करने से आपकी गर्दन, पीठ, कमर और पैर मजबूत होते हैं. इससे शरीर का संतुलन भी ठीक होता है और एसिडिटी से छुटकारा मिलता है. 

3- धनुरासन (Dhanurasana)

यह आसन पैर और बांह की मांसपेशियों को टोन रखने में मदद करता है. महिलाओं के लिए यह ज्यादा फायदेमंद होता है, क्योंकि यह पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को भी कम करता है. साथ ही कब्ज से राहत दिलाने में भी फायदेमंद है. 

4- वीरभद्रासन (Virabhadrasana)

वीरभद्रासन एक योग मुद्रा है जिसे कंधों को मजबूत करने, संतुलन और स्थिरता में सुधार करने के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है. यह नाभि, कंधों, फेफड़ों, गले की मांसपेशियों और गर्दन पर खिंचाव देने में मददगार है. साथ ही शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है. इससे आप पूरा दिन एनरजेटिक और पॉजिटिव रहेंगे. 

5- गरुड़ासन (Garudasana)

गरुड़ एक संस्कृत शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ है चील. इसका सीधा सा मतलब है ईगल पोज. कहा जाता है कि यह आसन मन को शांत करने में मदद करता है और शरीर के संतुलन में भी सुधार करता है. यह योग विज्ञान का बहुत ही महत्वपूर्ण आसन है. गरुड़ को दुनिया भर की सभ्यताओं में बुरी शक्तियों से लड़ने वाले प्रतीक के तौर पर देखा जाता है. गरुड़ासन खड़े होकर  किए जाने वाले प्रमुख आसनों में से एक है. गरुड़ासन के अभ्यास से गुर्दे और गुप्त रोगों में भी फायदा मिलता है. 


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