
वजन घटाने और डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं, जैसे कि Ozempic और Mounjaro, 175 से ज्यादा बीमारियों में मददगार साबित हो सकती हैं. ये दावा हाल ही में Nature Medicine नाम के जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी में किया गया. यह स्टडी अमेरिका के Department of Veterans Affairs ने की है, जिसमें 25 लाख मरीजों के मेडिकल रिकॉर्ड्स की जांच की गई. इस रिसर्च से ये पता चला कि ये दवाएं न केवल डायबिटीज़ और मोटापे के इलाज में बल्कि ब्लड क्लॉटिंग और इंफेक्शन जैसी स्थितियों में भी फायदेमंद हो सकती हैं.
पहले भी कई बीमारियों पर हुई थी रिसर्च
पहले के रिसर्च में ये पता चला था कि GLP-1 दवाएं अल्ज़ाइमर के इलाज और शराब की लत को कंट्रोल करने में मदद कर सकती हैं. लेकिन, ब्लड क्लॉटिंग और इंफेक्शन में इन दवाओं की भूमिका, इस स्टडी में पहली बार सामने आई है. इन दवाओं से मेंटल हेल्थ पर भी पॉजिटिव असर देखने को मिले हैं. ये दवाएं साइकोटिक डिसऑर्डर, मिर्गी (सीज़र्स) और दिल से जुड़ी समस्याएं, जैसे हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को भी कम कर सकती हैं. इसके अलावा, ये आत्महत्या के जोखिम और मेंटल स्ट्रेस को भी कम करने में प्रभावी पाई गई हैं.
एक दवा, कई इलाज
इस स्टडी के लेखक के मुताबिक GLP-1 ऐसी दवा है जिसका असर कई बीमारियों पर हो सकता है. GLP-1 दवाओं का इस्तेमाल कार्डियोवैस्कुलर (दिल), किडनी और लिवर की समस्याओं को कम करने में भी फायदेमंद है. Ozempic को फिलहाल Food and Drug Administration ने टाइप 2 डायबिटीज, मोटापे और हार्ट संबंधी परेशानियों को कम करने के लिए मंजूरी दी है. लेकिन अब इसको बनाने वाली कंपनी इसे क्रॉनिक किडनी डिज़ीज़ (गंभीर किडनी की बीमारी) के इलाज के लिए भी इस्तेमाल की मंजूरी लेने पर विचार कर रही है.
ब्लड क्लॉटिंग और इंफेक्शन में भी मददगार
रिसर्च से ये भी पता चला कि ये दवाएं ब्लड क्लॉटिंग, रेस्पिरेशन और इंफेक्शन जैसी समस्याओं को कम करने में असरदार हो सकती हैं. ये स्टडी मेंटल हेल्थ पर इन दवाओं के फायदों को भी बताता है. इन दवाओं ने आत्महत्या के जोखिम को कम करने में भी मदद की है. हालांकि, पहले ये चिंता जताई जा रही थी कि ये दवाएं आत्महत्या के विचार और आत्म-हानि(Self- harm) को बढ़ा सकती हैं, खासकर बच्चों और युवाओं में.
साइड इफेक्ट्स और सीमाएं
इन दवाओं के फायदे जितने चमत्कारी हैं, साइड इफेक्ट्स भी उतने ही ध्यान देने वाले हैं. इनमें एसिड रिफ्लक्स, सिरदर्द, पैंक्रियाटाइटिस और आर्थराइटिस का जोखिम शामिल है. एक्सपर्टस के मुताबिक ये रिसर्च खासकर के वेटरन्स अफेयर्स (Veterans Affairs) की आबादी पर किया गया था, जो ज्यादातर बुजुर्ग और पुरुष होते हैं. इसलिए, ये स्टडी पूरी अमेरिकी आबादी के बारे में नहीं बता सकता है. वेटरन्स अफेयर्स के मरीजों को कई हेल्थ समस्याएं होती हैं और वो एक साथ कई दवाएं लेते हैं, जो इन दवाओं से मिलने वाले रिजल्ट पर असर डाल सकते हैं.
भविष्य के लिए उम्मीदें
यह स्टडी GLP-1 दवाओं के लिए कई नई संभावनाओं का दरवाजा खोलता है. हालांकि, इनके साइड इफेक्ट्स और सीमाओं पर ज्यादा रिसर्च की ज़रूरत है, लेकिन इन दवाओं के फायदों को भी आप नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते हैं. ये दवाएं भविष्य में सिर्फ वजन घटाने तक सीमित न रहकर कई गंभीर बीमारियों के भी इलाज में क्रांति ला सकती हैं.
(यह रिपोर्ट निशांत सिंह ने लिखी है, जो Gnttv.com में बतौर इंटर्न काम कर रहे हैं.)