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Insomnia Sleep Disorder Tips: आपको भी रात को नींद आने में हो रही है परेशानी, अपने रूटीन में करें ये बदलाव

इन्सोम्निया एक स्लीप डिसऑर्डर है, जिसमें व्यक्ति को सोते समय या सोते रहने में कठिनाई होती है. जिसके कारण दिन में फिर व्यक्ति थका हुआ और तनावग्रस्त महसूस करता है. इन्सोम्निया को रोकने के लिए अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव करने की कोशिश कर सकते हैं. 

Insomnia Insomnia
हाइलाइट्स
  • इन्सोम्निया को रोकने के लिए अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव करने की कोशिश कर सकते हैं

  • रात का खाना 7 बजे के बाद न करें

एक अच्छी नींद आपकी दिनचर्या और पूरे दिन के दौरान आपका मूड कैसा है उसपर बहुत इफ़ेक्ट डालती है. एक हेल्दी और पर्याप्त नींद हमारे स्वास्थ्य पर भी पूरा असर करती है. अच्छी नींद आपके शरीर को पूरे दिन की थकान से निजात दिला देती है. साथ ही साथ ये आने वाले दिन के लिए आपको तैयार करती है. हालांकि, कई बार नींद न आना भी एक बीमारी हो सकती है. इस बीमारी को इन्सोम्निया (Insomnia) का नाम दिया जाता है. लेकिन आप इस नींद न आने वाली बीमारी या इन्सोम्निया से कैसे छुटकारा पा सकते हैं. बीएस आपको अपने रूटीन में कुछ छोटे-मोठे बदलाव करने होंगे.  

आखिर इन्सोम्निया क्या है?

दरअसल, इन्सोम्निया एक स्लीप डिसऑर्डर है, जिसमें व्यक्ति को सोते समय या सोते रहने में कठिनाई होती है. जिसके कारण दिन में फिर व्यक्ति थका हुआ और तनावग्रस्त महसूस करता है, क्योंकि नींद पूरी नहीं हो पाती है. यह देखने के लिए कि आपको इन्सोम्निया है या नहीं इसके लिए सबसे पहले आपको अपनी रात का रूटीन और नींद को ध्यान से नोटिस करने की जरूरत है.  अगर आपको नींद आने में परेशानी होती है या हफ्ते में कम से कम 3 बार, 3 महीने तक सोने में परेशानी होती है, तो आप भी इस बीमारी से ग्रस्त हैं.

क्या कारण है इस बीमारी का?

दरअसल, इसके कई कारण हो सकते हैं. जैसे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं. जैसे गठिया, ऑस्टियोपोरोसिस, रीढ़ की समस्या, स्ट्रेस, एंग्जायटी, डिप्रेशन, खराब स्वास्थ्य आदतें, दवाएं या खाने की ऐसी चीजें जो आपकी नींद में दिक्क्त पैदा सकती हैं. 

आप इन्सोम्निया को कैसे रोकते हैं?

आप इन्सोम्निया को रोकने के लिए अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव करने की कोशिश कर सकते हैं. 

-अपने उठने और सोने के रूटीन को बनाकर रखें. 

-हर दिन करीब 30 मिनट की एक्सरसाइज या व्यायाम करें. 

-एक आरामदायक नींद के लिए मैडिटेशन एक बढ़िया प्रैक्टिस हो सकती है. इससे आपको मानसिक तौर पर शांति मिलेगी. 

-रात का खाना 7 बजे के बाद न करें. 

-रात के खाने के बाद, कैमोमाइल, लेमन बाम या पैशन फ्रूट जैसी सूथिंग ड्रिंक्स पिएं

-बिस्तर पर जाते समय, किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण (टैबलेट, सेल फोन, कंप्यूटर, आदि) का उपयोग न करें. 

-आप रीडिंग भी कर सकते हैं. अगर आप कुछ अच्छा पढ़ते हैं तो आपको नींद भी अच्छी आती है. 

-कमरे में अंधेरा और तापमान अच्छा रखें. एम्बिएंस का आपकी नींद पर बहुत प्रभाव पड़ता है.  
 
(नोट: यहां बताए ये सभी सुझाव केवल सुझाव हैं. कुछ भी अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें)