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Growth in Children: क्या नहीं बढ़ रही बच्चे की हाइट? क्या हो सकते हैं कारण, कैसे करें इसका उपाय... जानिए डॉक्टर से

बच्चों में हाइट न बढ़ने की समस्या बेहद चिंताजनक हो सकती है. इसके कई कारण हो सकते हैं. अगर आपका बच्चा भी इस परेशानी से जूझ रहा है तो इसके कारण समझकर आपको भी ये उपाय अपनाने की ज़रूरत है.

Representational Image: Freepik Representational Image: Freepik

अगर आपके बच्चे की हाइट नहीं बढ़ रही है तो यह चिंता का विषय हो सकता है. बच्चों की हाइट कभी हॉर्मोन्स की वजह से तो कभी खराब पोषण की वजह से भी रुक सकती है. सही जानकारी और कदमों से इस स्थिति को सुधारा जा सकता है. आइए समझते हैं किन कारणों से बच्चों की कद-काठी रुक सकती है और पीडियाट्रीशियन के अनुसार इसका क्या इलाज हो सकता है.

किन कारणों से रुक सकती है बच्चों की हाइट 
1. आनुवंशिकी : बच्चों में ग्रोथ रुकने का सबसे बड़ा कारण जेनेटिक हो सकता है. बच्चे की हाइट काफी हद तक माता-पिता की हाइट पर निर्भर करती है. अगर माता-पिता की हाइट औसत से कम है, तो बच्चे की हाइट भी प्रभावित हो सकती है. 
2. पोषण की कमी : बढ़ते बच्चों को प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन डी, और अन्य पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है. इनकी कमी से हाइट पर असर पड़ता है.
3. हॉर्मोन : बच्चों की हाइट बढ़ाने के लिए जिम्मेदार ग्रोथ हॉर्मोन की कमी या थायरॉइड की समस्या हाइट बढ़ने में रुकावट पैदा कर सकती है. 
4. नींद की कमी : ग्रोथ हॉर्मोन सबसे ज्यादा नींद के दौरान रिलीज होता है. अगर बच्चा पर्याप्त नींद नहीं लेता, तो हाइट प्रभावित हो सकती है.
5. एक्सरसाइज की कमी : वर्कआउट और खेलकूद हड्डियों और मांसपेशियों के विकास में मदद करते हैं. इनकी कमी हाइट को रोक सकती है. 

क्या है समाधान? 
बच्चों के डॉक्टर (Pediatrician) डॉ पवन मंडाविया बच्चों की कद-काठी बढ़ाने के लिए जिम्मेदारी कारकों के बारे में बात करते हैं. 

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पौष्टिक आहार:
डॉ मंडाविया के अनुसार, बच्चे को संतुलित आहार देना उसकी ग्रोथ के लिए बहुत जरूरी है. बच्चों को प्रोटीन वाला खाना (दाल, अंडे, मछली, दूध) खिलाएं. इसके अलावा उनकी डाइट में कैल्शियम (दूध, पनीर, दही) और ज़रूरी विटामिन भी शामिल करें. हरी सब्जियां, फल, और साबुत अनाज भी जरूरी हैं. बच्चों को जंक फूड और प्रोसेस्ड खाना देने से बचें, क्योंकि ये पोषण को प्रभावित करते हैं. अगर बच्चे को खाने की आदत ठीक नहीं है, तो डायटीशियन से सलाह लें.

पर्याप्त नींद:
बच्चों को उनकी उम्र के हिसाब से 8-10 घंटे की नींद जरूरी है. अगर बच्चे स्कूल जाते हैं तो कोशिश करें कि वे रात में 9-10 बजे तक सो जाएं ताकि आठ घंटे की नींद लेकर सुबह वक्त से उठ सकें. नींद के दौरान ग्रोथ हॉर्मोन सक्रिय होता है, इसलिए अच्छी नींद के बिना बच्चों का ग्रोथ रुक सकता है. सोने का समय और माहौल शांत रखें. 

एक्सरसाइज और खेल :
बच्चे को रोजाना कम से कम एक घंटे की एक्सरसाइज के लिए प्रोत्साहित करें. तैराकी, साइकिलिंग, बास्केटबॉल या योग जैसे व्यायाम हड्डियों को मजबूत करते हैं. स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज, जैसे टोज टच या हैंगिंग हाइट बढ़ाने में मदद कर सकते हैं. अगर बच्चे घर में बैठे रहेंगे तो एक्टिविटी की कमी से उनका वज़न भी बढ़ सकता है.
 

हॉर्मोन बहुत ज़रूरी :
बच्चे की कद-काठी न बढ़ने का एक कारण हॉर्मोनल असंतुलन भी हो सकता है. डॉ मंडाविया कहते हैं कि अगर सही डाइट और अच्छी नींद के बाद भी बच्चे की हाइट उम्र के हिसाब से कम हो तो बाल रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें. वे ग्रोथ चार्ट के आधार पर बच्चे का मूल्यांकन करेंगे. हॉर्मोनल टेस्ट या ब्लड टेस्ट से ग्रोथ हॉर्मोन की कमी या अन्य समस्याओं का पता लगाया जा सकता है. अगर कोई पुरानी बीमारी है, तो उसका इलाज जरूरी है.
 

अगर बच्चे के अंदर थकान और कमजोरी जैसे लक्षण दिखते हैं तो भी तुरंत डॉक्टर से मिलें. ग्रोथ हॉर्मोन थेरेपी या अन्य उपचार संभव हो सकते हैं. बच्चे की हाइट बढ़ाने के लिए पोषण, नींद, व्यायाम, और नियमित स्वास्थ्य जांच सबसे जरूरी हैं. जेनेटिक्स को बदला नहीं जा सकता, लेकिन सही लाइफस्टाइल और देखभाल से बच्चे की ज्यादा से ज्यादा ग्रोथ जरूर सुनिश्चित की जा सकती है.