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कमर दर्द के इन लक्षणों को न करें अनदेखा, जानिए कब जाएं डॉक्टर के पास

हम में से कई ऐसे लोग भी हैं जो कमर दर्द को अनदेखा कर देते हैं या फिर दर्द को कम करने के लिए वे पेन-किलर खा लेते हैं. इससे कुछ समय के लिए तो यह ठीक हो जाता है लेकिन लॉन्ग-टर्म के लिए यह नुकसानदेह हो सकता है. इसलिए जरूरी है की सही तरीके से इसका इलाज करवाया जाए.

 प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
हाइलाइट्स
  • इससे मांसपेशियों में खिंचाव, ऐंठन जैसी समस्या हो सकती है

  • जांच में आप एक्स-रे, सिटी स्कैन, फैसट ओर्थोग्राम, डिस्कोग्राफी करवा सकते हैं

  • कमर में ज्यादा दर्द है तो आपको न्यूरो स्पाइन विशेषज्ञ को दिखाना चाहिए

दिन-प्रतिदिन हमारी फिजिकल एक्टिविटी घटती जा रही है. जैसे-जैसे हमारी ये फिजिकल एक्टिविटी घट रही हैं वैसे-वैसे हम कमर दर्द, गर्दन दर्द जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं. हालांकि, कमर दर्द (Back Pain) के पीछे कई अन्य कारण भी हो सकते हैं, वर्क फ्रॉम होम इनमे से एक है. क्योंकि हम घंटों तक एक ही जगह पर बैठे रहते हैं. इससे मांसपेशियों में खिंचाव, ऐंठन जैसी समस्या हो सकती है.

लेकिन हम में से कई ऐसे लोग भी हैं जो कमर दर्द को अनदेखा कर देते हैं या फिर दर्द को कम करने के लिए वे पेन-किलर (Pain Killer) खा लेते हैं. इससे कुछ समय के लिए तो यह ठीक हो जाता है लेकिन लॉन्ग-टर्म के लिए यह नुकसानदेह हो सकता है. इसलिए जरूरी है की सही तरीके से इसका इलाज करवाया जाए. 

कब जाएं डॉक्टर के पास?

अगर आपकी कमर में ज्यादा दर्द है तो आपको न्यूरो स्पाइन विशेषज्ञ को दिखाना चाहिए. लेकिन कब ?

1. गंभीर गर्दन या पीठ दर्द जो आराम करने से न जाए. 

2. हाथ और पैरों में सुन्नपन या झुनझुनी. 

3. गिरने या चोट लगने के बाद दर्द

4. अगर आपका दर्द हाथ से पैर में पहुंच गया है तो डॉक्टर के पास जाएं 

5. पेशाब करने में परेशानी आ रही हो 

6. हाथ या पैर में कमजोरी

7. हाथ या पैर सुन्न हो जाना 

8. बुखार आना 

करवा सकते हैं ये जांच

इसके साथ आप जांच भी करवा सकते हैं. जांच में आप एक्स रे (X-RAY), सिटी स्कैन (CT-scan), फैसट ओर्थोग्राम, डिस्कोग्राफी करवा सकते हैं. इनसे ये फायदा होगा कि आपको एमआरआई की जानकारी मिल जाएगी. आपको परेशानी का पता लगेगा तो सही तरीके से समाधान जान के उसका इलाज अच्छे से करवाया जा सकेगा. 

इन बातों का रखें खास ख्याल

1. रोजाना 30 मिनट तक पैदल चलें, तैरना या स्टेशनरी बाइक चलाने से आपकी मांसपेशियों की ताकत और लचीलेपन को बढ़ सकता है. 

2. योग से भी आप अपनी मांसपेशियों को स्ट्रेच और मजबूत कर सकते हैं. इसके साथ इससे आपका पोस्चर (Posture) ठीक हो जाता है.

3. काम के दौरान आप जिस भी कुर्सी पर बैठ रहे हैं, उसकी ऊंचाई ठीक होनी चाहिए और वह आरामदायक  होनी चाहिए.    

4. पैरों में आरामदायक और कम हील (Heels) वाले जूते या सैंडल पहनें. 

5. हमेशा किसी मुलायम सतह पर ही सोएं.

6. बहुत भारी वस्तुओं को उठाने की कोशिश न करें और अगर उठाएं और उस समय मुड़ें नहीं.
 
7. अपने बढ़ते वजन को कम करने के लिए उचित पोषण वाला खाना ही खाएं. 

8. हर दिन सही मात्रा में कैल्शियम, फास्फोरस और विटामिन डी लें, इससे आपकी नई हड्ड़ियां मजबूत होती है.

9. धूम्रपान (Smoking) और शराब छोड़ दें.