
मुंबई से सटे ठाणे जिले में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि दर्ज की गई है. यहां शहर की पहली AI-इंटीग्रेटेड 5G स्मार्ट एंबुलेंस को लॉन्च किया गया है, जो इमरजेंसी हेल्थ सर्विसेज को नई दिशा देने का वादा करती है. इस अत्याधुनिक एंबुलेंस की शुरुआत KIMS Hospital, ठाणे ने की है.
एंबुलेंस की खासियत:
इस स्मार्ट एंबुलेंस की सबसे बड़ी विशेषता इसका अत्याधुनिक तकनीक और 5G कनेक्टिविटी से लैस होना है. इसका उद्देश्य इमरजेंसी की स्थिति में मरीज को अस्पताल पहुंचाने से पहले ही तुरंत इलाज शुरू करना और उसकी हालत की रियल टाइम निगरानी करना है.
लॉन्च के दौरान मीडिया के सामने एक डेमो पेश किया गया, जिसमें एक नकली मरीज को एंबुलेंस में शिफ्ट किया गया. जैसे ही मरीज एंबुलेंस में पहुंचा, उसका इलाज तुरंत शुरू हो गया. मरीज की ECG, ब्लड प्रेशर, ऑक्सीजन सैचुरेशन जैसे महत्वपूर्ण डेटा को एंबुलेंस से सीधे अस्पताल के इमरजेंसी रूम तक भेजा गया.
रियल टाइम कनेक्टिविटी और AI-एनालिटिक्स:
एंबुलेंस में न सिर्फ ऑनबोर्ड डॉक्टर मौजूद रहता है, बल्कि अस्पताल में मौजूद डॉक्टर भी CCTV कैमरों के ज़रिए मरीज की हर हरकत पर नजर रखते हैं. AI आधारित विश्लेषण प्रणाली के माध्यम से मरीज की हालत का तुरंत मूल्यांकन कर उसे जरूरी उपचार दिया जाता है. इससे डॉक्टर पहले से इलाज की रणनीति तय कर सकते हैं.
गोल्डन ऑवर में जीवन रक्षक साबित होगी:
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह एंबुलेंस खासतौर पर उन मरीजों के लिए गेम चेंजर साबित हो सकती है जो गोल्डन ऑवर ट्रॉमा, कार्डियक अरेस्ट, या स्ट्रोक जैसी गंभीर स्थितियों में होते हैं. इन मामलों में हर एक सेकंड बेहद अहम होता है. स्मार्ट एंबुलेंस अस्पताल पहुंचने से पहले ही स्पष्ट नैदानिक जानकारी प्रदान कर देती है, जिससे मरीज के बेहतर और तेज रिकवरी की संभावना बढ़ जाती है.
हाई-डेफिनिशन टेलीमेडिसिन और नेटवर्किंग:
इस एंबुलेंस में रियल टाइम टेलीमेट्री, एआई-आधारित विश्लेषण, और हाई डेफिनिशन संचार उपकरण लगे हैं, जो बिना किसी रुकावट के कार्य करते हैं. यह प्रणाली इमरजेंसी टीम को एंबुलेंस स्टाफ से सीधे जुड़ने, लाइव डेटा देखने और अस्पताल में एडवांस तैयारी करने की सुविधा देती है.
KIMS अस्पताल द्वारा शुरू की गई यह एआई-पावर्ड 5G स्मार्ट एंबुलेंस, न केवल ठाणे या मुंबई बल्कि पूरे भारत के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है. यह स्मार्ट एंबुलेंस वास्तव में भविष्य की हेल्थ सर्विसेज की झलक देती है- जहां हर सेकंड मायने रखता है, और हर कदम मरीज की जान बचाने की कोशिश की जाती है.
(धर्मेंद्र दुबे की रिपोर्ट)