Bad Cholesterol
Bad Cholesterol दिल में ब्लॉकेज और हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण माना जाने वाला बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) अब एक नई दवा से कंट्रोल किया जा सकता है. JAMA में पब्लिश एक इंटरनेशनल स्टडी में बताया गया है कि नई दवा Enlicitide Decanoate ने सिर्फ 24 हफ्तों में LDL-C को औसतन 58.2% तक घटा दिया. यह दवा खास तौर पर उन मरीजों के लिए उपयोगी है जिन्हें जन्म से ही खराब कोलेस्ट्रॉल होता है.
जन्मजात बीमारी वाले मरीजों पर किया गया ट्रायल
स्टडी में शामिल किए गए सभी मरीजों को HeFH (Heterozygous Familial Hypercholesterolemia) था. यह एक जेनेटिक बीमारी है, जिसमें जन्म से ही LDL-C बहुत हाई रहता है. ये सभी मरीज पहले से स्टैटिन ले रहे थे, लेकिन उनका कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल नहीं हो पा रहा था. ऐसे में जब उन्हें रोजाना एक बार Enlicitide की गोली दी गई, तो 24वें हफ्ते में उनका LDL-C 58% गिर गया. वहीं जिन्हें प्लेसीबो मिला, उनमें LDL उल्टा थोड़ा बढ़ा हुआ पाया गया.
गोली के रूप में नया PCSK9 इनहिबिटर
Enlicitide एक PCSK9 इनहिबिटर है. दरअसल, यह दवा शरीर में मौजूद PCSK9 नामक प्रोटीन की एक्टिविटी को रोक देती है. यही प्रोटीन होता है जो खून से LDL यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को खत्म करने की क्षमता को कम करता है. जब दवा PCSK9 को निष्क्रिय कर देती है, तो शरीर पहले से कहीं अच्छे तरीके से LDL को साफ करने लगता है, जिससे खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर तेजी से घट जाता है. नई दवा गोली की तरह ली जा सकती है, इसलिए इसे लेना आसान है.
52 हफ्तों तक दवा का असर बरकरार रहा
यह ट्रायल एक साल यानी 52 हफ्तों तक चला और दवा का असर स्थिर बना रहा.रिसर्चर्स का कहना है कि साइड इफेक्ट बेहद कम और प्लेसीबो जैसे ही थे. कोलेस्ट्रॉल से जुड़े दूसरे बायोमार्कर भी कम हुए. दवा को असरदार पाया गया. यानी यह दवा न सिर्फ असरदार दिखी, बल्कि सुरक्षित भी है. Enlicitide को बाजार में आने के लिए अभी Regulatory approval का इंतजार करना होगा.
दिल की बीमारी के लिए गेम-चेंजर बन सकती है ये दवा
हाई LDL-C दिल की धमनियों में फैट जमा कर ब्लॉकेज पैदा करता है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा लगातार बढ़ जाता है. दुनिया भर में लाखों लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं.रिसर्चर्स का कहना है कि अगला कदम यह देखना है कि कोलेस्ट्रॉल में कमी से दिल के दौरे और स्ट्रोक का जोखिम कितना घटता है. अगर इसके परिणाम सकारात्मक आए, तो यह दवा दिल की बीमारी के इलाज में बड़ा बदलाव ला सकती है.