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Omicron sub-variant: ओमिक्रॉन का सब वेरिएंट है बहुत खतरनाक, बूस्टर डोज वालों को भी कर सकता है संक्रमित

कोरोना के वेरिएंट ओमिक्रॉन के बाद इसके सब वेरिएंट BA.2 ने दस्तक दी है. इसके बारे में यह कहा जा रहा है कि यह लोगों में तेजी से फैलता है. एक नई स्टडी से इसके बारे में जानकारी मिली है. यह किस कदर खतरनाक है, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि यह इम्यून सिस्टम को बुरी तरह से प्रभावित करता है और वैक्सीन का इस पर काफी कम असर होता है.

ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट(BA.2) काफी खतरनाक है ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट(BA.2) काफी खतरनाक है
हाइलाइट्स
  • डेनमार्क, यूएस, ब्रिटेन, स्वीडन और नॉर्वे में मिले BA.2 के केस

  • BA.1 की तुलना में 33% ज्यादा तेजी से फैलता है BA.2

भारत में कोरोना की तीसरी लहर चल रही है. इससे पहले दूसरी लहर ने जमकर तबाही मचाई थी. कोरोना के डेल्टा-वेरिएंट से मची तबाही पूरी दुनिया ने देखी. कोरोनावायरस जिस तरह से अपना रूप बदल रहा है इससे पहले की तुलना में खतरा और बढ़ता ही जा रहा है. जब ओमिक्रॉन ने दस्तक दी तब इसके बारे में भी यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि यह डेल्टा वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक हो सकता है. तीसरी लहर में केस तेजी से बढ़े लेकिन वैक्सीन लगने की वजह से ओमिक्रॉन का असर थोड़ा कम हुआ.

33% ज्यादा तेजी से फैलता है BA.2
कोरोना के वेरिएंट ओमिक्रॉन के बाद इसके सब वेरिएंट BA.2 ने दस्तक दी है. इसके बारे में यह कहा जा रहा है कि यह लोगों में तेजी से फैलता है. एक नई स्टडी से इसके बारे में जानकारी मिली है. डेनमार्क में हुई स्टडी में यह सामने आया है कि ओमिक्रॉन की तुलना में इसका सब वेरिएंट 33% ज्यादा तेजी से फैलता है. कोपेनहेगन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने इसको लेकर स्टडी की है.

बूस्टर डोज वालों को भी कर सकता है संक्रमित
इस पर स्टडी करने वाले शोधकर्ताओं ने बताया कि ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट(BA.2) ओमिक्रॉन(BA.1) से ज्यादा खतरनाक है और यह लोगों में तेजी से फैल सकता है. यह किस कदर खतरनाक है, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि यह इम्यून सिस्टम को बुरी तरह से प्रभावित करता है और वैक्सीन का इस पर काफी कम असर होता है. यह बूस्टर डोज लगवा चुके लोगों को भी संक्रमित कर सकता है.

5 देशों में मिले हैं BA.2 के केस
हालांकि, स्टडी में यह कहा गया है कि वैक्सीन वर्तमान समय में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. बूस्टर डोज लगवा चुके या पूरी तरह से वैक्सीनेटेड लोगों की तुलना में जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट ज्यादा प्रभावित करता है. वैक्सीन लगवा चुके लोग भी इसकी चपेट में आते हैं लेकिन ऐसे लोगों की संख्या वैक्सीन नहीं लगवाने वालों की तुलना में कम है. डेनमार्क के अलावा यूएस, ब्रिटेन, स्वीडन और नॉर्वे में भी ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट(BA.2) के केस मिले हैं.