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Study: दोपहर में की गई एक्सरसाइज टाइप 2 डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद, ब्लड शुगर लेवल रहता है कंट्रोल

अध्ययन में शोधकर्ताओं ने बताया कि दिन के निश्चित समय में खासतौर पर दोपहर में शारीरिक गतिविधि की वजह से ब्लड में ग्लूकोज का लेवल ठीक रहता है.

Physically active afternoons Physically active afternoons

दोपहर के वक्त में ज्यादातर लोग खाना खाकर आराम ही करते हैं. एक शोध में खुलासा हुआ है कि जो लोग दोपहर में एक्टिव होते हैं उनका ब्लड शुगर लेवल ठीक रहता है जोकि टाइप 2 डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद है. ब्रिघम और जोसलिन डायबिटीज सेंटर के शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग दोपहर में शारीरिक रूप से सक्रिय थे, उनमें कम सक्रिय लोगों की तुलना में ब्लड शुगर का स्तर कम था. 37 मिलियन से ज्यादा अमेरिकी डायबिटीज से पीड़ित हैं. इस आबादी का 90-95% हिस्सा टाइप 2 डायबिटीज झेल रहा है. स्वस्थ आहार और नियमित एक्सरसाइज के जरिए इसे रोका जा सकता है.

दोपहर में करें फिजिकल एक्टिविटी

अध्ययन में शोधकर्ताओं ने बताया कि दिन के निश्चित समय में खासतौर पर दोपहर में शारीरिक गतिविधि की वजह से ब्लड में ग्लूकोज का लेवल ठीक रहता है. इसके निष्कर्ष टाइप 2 डायबिटीज वाले रोगियों के लिए हैं जोकि दोपहर में शारीरिक रूप से सक्रिय थे. परीक्षण में एक साल के बाद इनमें सुधार देखने को मिला. टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित मरीजों में सुबह की अपेक्षा दोपहर से लेकर रात तक वर्कआउट करने से इंसुलिन रजिस्टेंस में 25% की कमी आती है.

ब्लड शुगर लेवल रहता है कंट्रोल

इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि टाइप 2 डायबिटीज वाले वयस्कों में ग्लूकोज नियंत्रण में सबसे बड़ा सुधार तब हुआ जब वे दोपहर में सबसे अधिक सक्रिय थे. ये बात तो हम जानते हैं कि शारीरिक गतिविधि फायदेमंद होती है, लेकिन ये रिसर्च इस बात से भी रूबरू कराती है कि शारीरिक गतिविधि का समय भी बेहद जरूरी होता है.

दिन में बढ़ाएं फिजिकल एक्टिविटी

डायबिटीज के रोगी अपने ब्लड शुगर के स्तर को बेहतर करने के लिए नियमित शारीरिक गतिविधियों में हिस्सा ले सकते हैं. हाई ब्लड ग्लूकोज टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों को हृदय रोग, Vision Impairment और किडनी की बीमारी का खतरा रहता है. जब किसी व्यक्ति का ब्लड शुगर सामान्य से अधिक हो जाता है और शरीर में इंसुलिन की फंक्शनिंग सही तरीके से नहीं हो पाती, तब डायबिटीज की बीमारी हो जाती है. ऐसे लोगों को दिन के समय में फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ाना चाहिए.