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Tobacco Ban in Katra: जम्मू के कटरा में लगाया गया सिगरेट और तम्बाकू पर बैन, जानें आप कैसे पा सकते हैं इसकी लत से छुटकारा 

तंबाकू की लत शारीरिक और मनोवैज्ञानिक दोनों तरह से प्रभावित करती है. आपका शरीर तंबाकू में मौजूद नशीले पदार्थ निकोटीन के प्रति अडिक्टेड हो जाता है. जबकि स्मोकिंग या तंबाकू चबाने की आदत दैनिक दिनचर्या और व्यवहार में शामिल हो जाती है.

Smoking (Representative Image/Unsplash) Smoking (Representative Image/Unsplash)
हाइलाइट्स
  • पा सकते हैं इसकी लत से छुटकारा 

  • कटरा में सिगरेट और तम्बाकू पर बैन

जम्मू प्रशासन ने हाल ही में माता वैष्णो देवी के पवित्र मंदिर के प्रसिद्ध शहर कटरा में सिगरेट और दूसरे तंबाकू उत्पादों की बिक्री, रखने और इस्तेमाल करने पर बैन लगा दिया है. ये बैन विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर लगाया गया है. इस निर्णय का उद्देश्य इस पूजनीय जगह की पवित्रता को बनाए रखना और सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है. बता दें, इससे पहले इस क्षेत्र में मांस और शराब की बिक्री और खपत पर बैन लगाया गया था. 

इस बैन में कई चीजें शामिल हैं
 
रियासी के जिला मजिस्ट्रेट विशेष महाजन ने सालाना लाखों तीर्थयात्रियों के दौरा किए जाने वाले धार्मिक स्थल की पवित्रता को बनाए रखने के लिए तंबाकू प्रतिबंध की घोषणा की है. धारा 144 के तहत, इस बैन में कई चीजें शामिल हैं:

-सिगरेट, गुटखा और तंबाकू के दूसरे रूपों का भंडारण, बिक्री और उपभोग. 

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-प्रभावित क्षेत्र नुमाई और पंथाल चेक पोस्ट से लेकर तारा कोर्ट ट्रैक होते हुए भवन तक तक फैला है.

इस पहल का उद्देश्य कटरा आधार शिविर, मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग और आसपास के क्षेत्रों में तंबाकू मुक्त वातावरण बनाना है. बता दें, इस शहर में हर दिन 30,000-40,000 तीर्थयात्री आते हैं, जिनकी सहूलियत को देखते हुए ये बैन लगाया गया है. 

दरअसल, तम्बाकू के सेवन से सांस से जुड़ी बीमारियों से लेकर, दिल की बीमारी और अलग-अलग तरह के कैंसर हो सकते हैं. तंबाकू पर प्रतिबंध लगाकर, प्रशासन का लक्ष्य तीर्थयात्रियों और निवासियों दोनों को स्वस्थ रखना है.

तम्बाकू की लत से कैसे छुटकारा पाएं?

तंबाकू की लत पर काबू पाना चुनौतीपूर्ण है लेकिन सही तरीके से इसे हासिल किया जा सकता है. तम्बाकू छोड़ने के कुछ प्रभावी तरीके 

1. लत को समझना

तंबाकू की लत शारीरिक और मनोवैज्ञानिक दोनों तरह से प्रभावित करती है. आपका शरीर तंबाकू में मौजूद नशीला पदार्थ निकोटीन के प्रति अडिक्टेड हो जाता है. जबकि स्मोकिंग या तंबाकू चबाने की आदत दैनिक दिनचर्या और व्यवहार में शामिल हो जाती है.

2. छोड़ने का समय निर्धारित करें

इस लत को छोड़ने के लिए जरूरी है कि आप एक लक्ष्य रखें. आपको बदलाव के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार होना होगा. खुद को एक टारगेट दें कि आप इस तारीख या दिन तक इस लत से छुटकारा पा लेंगे.  

3. प्रोफेशनल मदद लें

हेल्थकेयर एक्सपर्ट से परामर्श लें. वे आपको अच्छी तरह गाइड कर सकते हैं और आपके लिए दवाएं लिख सकते हैं. निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी (एनआरटी) जैसे पैच, गम और लोजेंज प्रभावी हो सकते हैं.

4.  हेल्प ग्रुप में शामिल हों

दूसरे लोगों के साथ जुड़ने की कोशिश करें, जो इस लत से परेशान हैं और छोड़ना चाहते हैं. ये ग्रुप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों हो सकते हैं.

5. व्यस्त रहें

अपने आप को व्यस्त रखने से आपको इस लत से छुटकारा मिल सकता है. अपने मन को तंबाकू से दूर रखने के लिए व्यायाम, कोई शौक या सामाजिक मेलजोल जैसी गतिविधियों में संलग्न रहें. 

6. स्वस्थ जीवनशैली में बदलाव

स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से तंबाकू खाने की इच्छा को कम करने में मदद मिल सकती है. नियमित व्यायाम, बैलेंस डाइट और अच्छी नींद आपकी हेल्थ में सुधार कर सकती है और इसे छोड़ना आसान बना सकती है.